कोयला मंत्री के बयान 9.4.0 को पुनः लागू करना संभव नहीं है, पर कोलकर्मियों व ट्रेड यूनियनों में हड़कंप है. साथ ही राष्ट्रीय कोलियरी मजदूर संघ (इंटक) के अध्यक्ष सह धनबाद के पूर्व सांसद चंद्रशेखर दुबे उर्फ ददई दुबे ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने शुक्रवार को धनबाद के सर्किट हाउस में प्रेस कांफ्रेंस कर कहा कि कोयला मजदूरों के अधिकार से किसी को खिलवाड़ नहीं करने दिया जायेगा. एनसीडब्ल्यू-वन से ही मेडिकल अनफिट मामले में आश्रितों को नियोजन मिल रहा है. इसे किसी भी सूरत में बंद नहीं होने देंगे. इसके लिए हमारी यूनियन आंदोलन के लिए तैयार है. साथ ही अन्य सभी श्रमिक संगठनों से मामले में एकजुटता दिखाने की अपील करेंगे. राष्ट्रीय कोलियरी मजदूर संघ के महामंत्री ललन चौबे ने कहा कि पूर्व की तरह कोल इंडिया में मेडिकल अनफिट के तहत आश्रितों को नियोजन देने समेत 25 सूत्रों मांगों को लेकर 26 फरवरी को पूरे बीसीसीएल का कोयला डिस्पैच बंद करने की घोषणा की गयी थी. इस आलोक में बीसीसीएल डीपी व डिप्टी सीएलसी धनबाद के साथ वार्ता हुई. इसमें मेडिकल अनफिट मामले में गोल-मटोल जवाब देते हुए यूनियन को गुमराह करने का प्रयास किया. मौके पर एलएन भट्टाचार्या, राजेश्वर सिंह यादव, तपन पांडेय, धर्मेंद्र सिंह, कमल दुबे, रामता पासवान, मणि भूषण तिवारी, वियन उपाध्याय, संजय सिंह, मुकेश राणा, पप्पू पांडेय आदि उपस्थित थे.
संबंधित खबर
और खबरें