शिक्षा व्यवस्था को लेकर बड़े-बड़े दावे किये जाते हैं, लेकिन जमीनी हकीकत कई बार इन दावों की पोल खोल देती है. धनबाद के हीरापुर स्थित मध्य विद्यालय नगरपालिका की स्थिति कुछ ऐसी ही है. जहां बारिश के मौसम में बच्चों की पढ़ाई ठप हो जाती है. जर्जर भवन की छत से पानी टपकता है. चार कमरों में कक्षा एक से आठ तक के 204 बच्चे पढ़ते हैं. विद्यालय में केवल पांच कमरे हैं. शिक्षकों को एक ही कमरे में दो-दो कक्षाओं के विद्यार्थियों को पढ़ाना पड़ता है. कई बार विवशता में छात्रों को बाहर जमीन पर बैठकर पढ़ना पड़ता है. स्कूल में बिजली कटने के बाद क्लास में अंधेरा छा जाता है. एमडीएम का खाना बनाने के लिए किचन का हाल भी कुछ ठीक नहीं है. सालों से किसी कमरे की मरम्मत नहीं होने की वजह से जगह-जगह दरार पड़ चुकी है.
संबंधित खबर
और खबरें