हजारों साल पीछे जाने का होता है अहसास, शिवपुराण की दिखती है झलक. बासुकिनाथ. राजकीय श्रावणी मेला बासुकिनाथ धाम में झारखंड पर्यटन विभाग द्वारा टेंट सिटी परिसर में लगायी गयी वर्चुअल रियलिटी (वीआर) मशीन कांवरियों के बीच खूब लोकप्रिय हो रही है. इस वीआर मशीन को आंखों में लगाने के बाद कांवरिया श्रद्धालु थ्री-डी फॉर्मेट में ऑडियो-विजुअल के साथ शिवपुराण को देख और सुन सकते हैं. मशीन के जरिए हिमालय, जंगल, पाताल लोक और प्राचीन काल की झलक दिखायी देती है. लोग शिवपुराण और बाबा बासुकिनाथ धाम के इतिहास को 3डी में देख और सुन सकते हैं, जिससे उन्हें हजारों साल पुरानी दुनिया में पहुंचने का एहसास होता है. मशीन ऑपरेटर ब्रजेश कुमार ने बताया कि यह मशीन 3डी पिक्चर क्वालिटी में बाबा बैद्यनाथ व बासुकिनाथ धाम के इतिहास को दर्शाती है. बताती है कि देवघर व बासुकिनाथ में भोलेनाथ के मंदिर की स्थापना कैसे हुई. वीआर मशीन स्टॉल पर पांच से सात मशीनें रखी गयी हैं, जिनका उपयोग प्रतिदिन सैकड़ों की संख्या में श्रद्धालु और आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों के लोग कर रहे हैं. मेला क्षेत्र में आने वाले लोग सबसे ज्यादा इन वीआर मशीनों को देखने के लिए उत्साहित हैं. कांवरिया इस मशीन के जरिए अपनी संस्कृति, धर्म और परंपराओं को जानने का प्रयास कर रहे हैं. यह मशीन न केवल मनोरंजन का साधन है, बल्कि लोगों को अपनी सांस्कृतिक और धार्मिक विरासत से जोड़ने का एक अनूठा माध्यम भी बन रही है.
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