संवाददाता, दुमका. संताल परगना के दो दिवसीय दौरे में शनिवार की सुबह दुमका पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा है कि वर्तमान में इस राज्य में सीओ ऑफिस से लेकर सीएमओ तक भ्रष्टाचार का बोलबाला है. सीएमओ में प्रधान सचिव रह चुके विनय चौबे आज होटवार जेल में हैं. कोई ऐसा विभाग नहीं है जहां घोटाला नहीं हो रहा है. चाहे वह पेयजल विभाग हो या शराब या फिर कोई और विभाग. हर जगह गड़बड़ी है. परिसदन में मीडिया से बातचीत करते हुए रघुवर दास ने यहां तक कह दिया कि यह सरकार हेमंत सोरेन नहीं चला रहे हैं बल्कि इसे कोयला, बालू सिंडिकेट, शराब सिंडिकेट और जमीन सिंडिकेट मिलकर चला रहे हैं. झारखंड के जल-जंगल-जमीन का कण-कण सिंडिकेट के हवाले है. रघुवर दास ने कहा कि जब-जब झामुमो-कांग्रेस की सरकार सत्ता में आयी है, तब-तब घोटाले सामने आने लगते हैं. भाजपा के शासन में चाहे वह 2000 में बाबूलाल की सरकार हो या फिर उसके बाद अर्जुन मुंडा की, कोई गड़बड़ी नहीं हुई, जबकि इस झामुमो -कांग्रेस के शासनकाल में पहले भी मुख्यमंत्री, मंत्री, अधिकारी जेल गए हैं. वर्तमान में भी पूर्व मंत्री आलमगीर आलम कमीशनखोरी में अंदर हैं. उन्होंने सवाल उठाया कि पांच साल में यहां के पहाड़ों का, जंगलों का क्या हाल है? क्या बालू का घोटाला नहीं हो रहा है? संताल परगना में कोयला की ट्रांसपोर्टिंग कौन करवा रहा है? नियोजन में भटकाव कौन कर रहा है? यहां नियोजन में ऐसी नीति बन रही है ताकि वह उलझ कर रह जाये. यहां ठेकेदार को योग्यता के आधार पर नहीं बल्कि कमीशन के आधार पर काम मिल रहा है. उन्होंने कहा कि यह सरकार अक्षम है-निकम्मी है. आदिवासी हो या गैर आदिवासी, किसी को भी इस सरकार से कोई उम्मीद नहीं है, आकांक्षा नहीं है. सभी मोर्चे पर यह फेल साबित हुई है.
संबंधित खबर
और खबरें