रानीश्वर. दक्षिणजोल पंचायत का एकमात्र मिडिल स्कूल जामजुड़ी आठ सालों से शिक्षकविहीन है. नतीजा स्कूल में बच्चों की संख्या घट रही है. यहां 100 से भी अधिक बच्चे नामांकित थे. फिलहाल 87 बच्चे नामांकित हैं. वर्ष 2017 में पदस्थापित एकमात्र शिक्षिका माधुरी कापरी के सेवानिवृत्त हो जाने के बाद अब तक एक भी शिक्षक पदस्थापित नहीं किये गये हैं. स्कूल संचालन के लिए यूपीएस बामुनडीहा से एक पारा शिक्षक जयदेव दास को यहां प्रतिनियुक्त किया गया है. जयदेव दास जिस दिन सरकारी कार्य से या निजी कार्य से स्कूल से बाहर रहते हैं, उस दिन बच्चों का पठन-पाठन प्रभावित हो जाता है. जामजुड़ी स्कूल में शिक्षक पदस्थापित करने की मांग को लेकर ग्रामीणों ने उपायुक्त को आवेदन देकर अनुरोध किया था. ग्रामीण साक्षी साहा ने बताया कि उपायुक्त को आवेदन देकर अनुरोध किये जाने के बाद यहां शिक्षक पदस्थापित के लिए आदेश भी निर्गत किया गया था, पर मामला शांत पड़ जाने पर शिक्षक पदस्थापना नहीं हो सका. हाल ही में शिक्षा विभाग की ओर से एक सेवानिवृत्त शिक्षक को पदोन्नति देकर यहां पदस्थापित किया गया था. रानीश्वर से भी कई शिक्षकों को पदोन्नति देकर दूसरे प्रखंड में स्थानांतरित कर दिया गया. फिर भी जामजुड़ी में शिक्षक पदस्थापित नहीं किया गया है. जामजुड़ी मिडिल स्कूल में जामजुड़ी, धाधका, प्रतापपुर,फाजिलपुर आदि गांवों से बच्चे पढ़ने आते हैं. यहां कक्षा पहली से आठवीं तक एकमात्र पारा शिक्षक के भरोसे बच्चों का पठन-पाठन प्रभावित होता है. प्रतिनियुक्त पारा शिक्षक सह सचिव जयदेव दास ने बताया कि अकेले आठ कक्षा संचालन करना तथा स्कूल के अन्य सभी कार्य संभालना मुश्किल होता है. यहां शिक्षकों की आवश्यकता है.
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