संवाददाता, दुमका. दुमका जिले में नवजात शिशु मृत्यु दर को कम करने के उद्देश्य से स्वास्थ्य विभाग और पिरामल फाउंडेशन ने मिलकर एक महत्वपूर्ण पहल शुरू की है. इसी कड़ी में शहर के होटल युवराज पैलेस में लेबर रूम में कार्यरत जीएनएम/ एएनएम के लिए एक दिवसीय विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इस प्रशिक्षण का मुख्य लक्ष्य कमजोर नवजात शिशुओं की पहचान, उनकी काउंसिलिंग और ट्रैकिंग के साथ-साथ रैपिड रिस्पांस टीम के कार्यों के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान करना था. प्रशिक्षक डॉ रवींद्र शर्मा और जय कृष्णा ने लेबर रूम में कार्यरत जामा, काठीकुंड, रामगढ़ और जरमुंडी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की जीएनएम/ एएनएम को कमजोर नवजात शिशुओं की मृत्यु को कम करने के तरीकों से अवगत कराया. यह प्रशिक्षण कार्यक्रम दुमका स्वास्थ्य विभाग और पिरामल फाउंडेशन के सहयोग से आयोजित किया जा रहा है. इसमें जीएनएम मृणाल टुडू, शर्मिला टुडू, कंचन कुमारी, पूनम कुमारी सहित पिरामल फाउंडेशन के डिस्ट्रिक्ट लीड देवेश सोरेन, प्रोग्राम लीड प्रवीण कुमार और मनोज कुमार, करुणा फैलो बबीता मरांडी, मिनी बसकी, गांधी फैलो कविता इत्यादि लोगों ने भाग लिया. इस पहल से नवजात शिशुओं की बेहतर देखभाल सुनिश्चित होगी और जिले में शिशु मृत्यु दर को प्रभावी ढंग से कम करने में मदद मिलेगी.
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