संकट. संवेदक कंपनी ने परिवहन खर्च बचाने के लिए बनाया था अस्थायी पुल
प्रतिनिधि, दलाही
नदी में मिट्टी भरकर बनाया गया था पुल
क्या कहते हैं ग्रामीण
रथु पहाड़ियाबारिश में दिक्कत होती है. चार किलोमीटर दूर गाड़ापाथर से घूमना पड़ता है. विकास की गति आवागमन के सुगम साधन पर ही निर्भर करता है.
जयदेव मंडलघुरमुंदनी-मसलिया से देवघर जाने के लिए यह कम दूरी वाला रास्ता है. पुल के बनने से देवघर,मधुपुर जाने के लिए दूरी कम तथा काफी सुविधा होगी.
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