वारदात. राजस्थान पुलिस चोरी का समान दुकान से बरामद करने पहुंची जरमुंडी
कहा : महाकाल के हैं भक्त, अमीर को लूट कर बांटते हैं गरीबों मेंप्रतिनिधि, बासुकिनाथ
चोरी के पैसे से किया था वरदानीनाथ मंदिर में भंडारा
जब 23 वर्षीय चोर मोनू कुमार से पूछा गया कि चोरी के जेवर बेचे पैसे से क्या किया तो उसने अपनी छाती से कपड़े को हटाकर दिखाते हुए कहा कि वह महाकाल का भक्त है. छाती व बांह के ऊपर शिव के फोटो को गोदना कर टेटू बनाया था. बताया कि वह कुछ दिन पूर्व बासुकिनाथ पूजा करने आया था. भक्ति जगी और भोलेनाथ के दरबार में कुछ भंडारा करने का मन उद्वेलित हुआ. पर पॉकेट में पैसे नहीं थे. उसने चोरी के कान बाली को बेचना मुनासिब समझा. दुकानदार को कोई शक न हो. इसे लेकर उसने महिला और बच्चे को बासुकिनाथ के आसपास गांव से हायर किया. पत्नी व बच्चा बताकर उसे दुकान ले गया. बहुत जरूरी बता कर जेवर को दुकान में बेचने की बात कही. उसके जरूरत को समझ कर दुकानदार ने उसे 70 हजार रुपये भुगतान किया. हीरा जड़ित सोने की कान बाली ले लिया. पैसे से मोनू ने वरदानीनाथ मंदिर प्रांगण में गरीबों के बीच भंडारा किया. लोग उसे कोलकता का सेठ समझ रहे थे. उसने बताया कि चोरी के पैसे से एक पिस्टल भी खरीदी, पर उसका दोस्त पिस्टल लेकर चला गया. राजस्थान पुलिस ने बताया कि इसके पास से पैसे लूटने के लिए ही कुछ दोस्त इसका हमेशा साथ दे रहे थे. मोनू ने मुस्कुराते हुए कहा कि अमीरों से लूट कर गरीबों में बांटना मेरी फितरत है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है