संवाददाता, दुमका. उपायुक्त अभिजीत सिन्हा ने शुक्रवार को श्रीअमड़ा स्थित नेत्रहीन विद्यालय का निरीक्षण किया. उन्होंने विद्यालय में अध्ययनरत दृष्टिबाधित बच्चों से संवाद कर पठन-पाठन एवं विद्यालय में उपलब्ध सुविधाओं की जानकारी प्राप्त की. उपायुक्त ने निदेश दिया कि सभी दृष्टिबाधित बच्चों के नेत्रों की चिकित्सीय जांच करायी जाए. यदि किसी भी बच्चे की आंखों की रोशनी लौटने की संभावना हो, तो उनके परिजनों की सहमति लेकर आवश्यक चिकित्सकीय प्रक्रिया की कार्रवाई सुनिश्चित की जाए. उन्होंने यह भी कहा कि अध्ययन-अध्यापन में ब्रेल लिपि आधारित नवीन तकनीकों का अधिकतम उपयोग किया जाए तथा विद्यालय परिसर में सीसीटीवी कैमरे स्थापित किए जाएं. निरीक्षण के दौरान उपायुक्त ने छात्राओं के हॉस्टल का भी निरीक्षण किया तथा एक अतिरिक्त कमरे की व्यवस्था किए जाने का निर्देश दिया. उन्होंने कहा कि नेत्रहीन बच्चों के लिए उपयुक्त सिलेबस तैयार कर पठन-पाठन की प्रक्रिया उसी अनुरूप संचालित की जाए. इस हेतु आवश्यक पुस्तकों एवं शिक्षण सामग्रियों की व्यवस्था का समस्त व्यय जिला प्रशासन द्वारा वहन किया जाएगा. उन्होंने सिविल सर्जन के सहयोग से सभी बच्चों का यूडीआईडी नंबर शीघ्र जेनरेट कराने का निर्देश भी संबंधित अधिकारी को दिया. साथ ही छात्रावास में पर्याप्त रोशनी, पंखा, पर्दा आदि की व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए भी आवश्यक निर्देश दिया. कहा कि दृष्टिबाधित बच्चों को कौशल विकास प्रशिक्षण से भी जोड़ा जाए ताकि वे भविष्य में आत्मनिर्भर बन सकें. निरीक्षण के पश्चात उपायुक्त ने अनाथ बच्चों के लिए संचालित बाल गृह (बालक) का भी निरीक्षण किया. उन्होंने बच्चों को उपलब्ध कराए जा रहे भोजन में पोषण गुणवत्ता बनाए रखने पर विशेष ध्यान देने तथा छात्रावास में रोशनी एवं पंखों की संख्या बढ़ाए जाने के निर्देश दिया.
संबंधित खबर
और खबरें