मसलिया. प्रखंड के मोहनपुर में आयोजित प्रभात संवाद में क्षेत्र के खिलाड़ियों ने समस्याएं खुलकर रखीं. कहा कि आज भी उन्हें अभ्यास और प्रतियोगिता के लिए समुचित मंच नहीं मिल पा रहा है. खासकर मोहनपुर में पर्यटन व खेलकूद मद के तहत लगभग 1.30 करोड़ रुपये की लागत से बना प्रखंड स्तरीय स्टेडियम अब तक उद्घाटन का इंतजार कर रहा है. खिलाड़ियों ने बताया कि स्टेडियम पूरी तरह बनकर तैयार है, जिसमें पैवेलियन बिल्डिंग, वॉलीबॉल ग्राउंड, बास्केटबॉल ग्राउंड, चहारदीवारी और स्ट्रीट लाइट जैसी सुविधाएं मौजूद हैं, बावजूद इसके इसका उद्घाटन न होने से यह अनुपयोगी बना हुआ है. खिलाड़ियों का मानना है कि अगर स्टेडियम का जल्द उद्घाटन हो जाये तो उन्हें न केवल खेलने की समुचित जगह मिलेगी, बल्कि जरूरी सामग्री और मार्गदर्शन भी उपलब्ध हो सकेगा. खिलाड़ियों ने एक सुर में मांग की है कि मोहनपुर स्टेडियम का जल्द उद्घाटन हो और खेल से जुड़ी योजनाओं को ग्रामीण क्षेत्रों तक पहुंचाया जाये. समय-समय पर प्रतियोगिताओं का आयोजन, खेल शिक्षकों की नियुक्ति और संसाधनों की उपलब्धता से ही इन ग्रामीण प्रतिभाओं को आगे बढ़ाया जा सकता है. सरकार द्वारा शुरू की गयी योजनाएं तभी सार्थक होंगी जब उन्हें धरातल पर अमल में लाया जायेगा. क्या कहते हैं विभिन्न खेलों के खिलाड़ी ग्रामीण स्तर के खिलाड़ियों के मनोबल को बढ़ाने के लिए खेलकूद और पर्यटन विभाग को नयी योजनाएं शुरू करनी चाहिए. इससे खिलाड़ी आगे बढ़ सकते हैं. क्षेत्र का नाम रोशन कर सकते हैं. शंकु झा जुलाई 2022 में शुरू हुए मोहनपुर स्टेडियम का अब तक उद्घाटन नहीं हुआ है. हम जैसे खिलाड़ियों के पास खेलने के लिए अच्छा मैदान नहीं है. सरकार को जल्द उद्घाटन करना चाहिए. अजय राणा प्रखंड स्तर पर हमें प्रतियोगिताओं में शामिल कर आगे बढ़ने का मौका दिया जाये. गांव-गांव में खेल क्लब बनाये जाये और सामग्री उपलब्ध कराई जाये. ताकि खेल को बढ़ावा मिल सके. नयन दास पढ़ाई के साथ-साथ खेलों में भी आगे बढ़ने का अवसर मिलना चाहिए. इसके लिए सरकार को खिलाड़ियों को बेहतर प्लेटफॉर्म देना होगा और सहयोग की जरूरत है. जल्द पहल हो. गोलू कुमार गांवों से भी अच्छे खिलाड़ी निकल सकते हैं. सरकार को ऐसे खिलाड़ियों का चयन कर उन्हें आगे खेलने का मौका देना चाहिए. नेतृत्व करना चाहिए. ताकि खेल का विकास हो. आलोक यादव गांव के खिलाड़ी सहयोग के अभाव में आगे नहीं बढ़ पाते. उनके लिए गांव स्तर पर विशेष सुविधाएं दी जानी चाहिए. प्रतियोगिता का आयोजन होना चाहिए. ताकि हुनर दिखा सकें. रोहित मिर्धा, खिलाड़ी मैं पढ़ाई के साथ-साथ खेलों में भी रुचि रखता हूं. गांव स्तर पर जो छोटी प्रतियोगिताएं होती हैं, उनमें भाग लेकर अच्छा खेलने की कोशिश करता हूं. एलसी मुर्मू मैं खेलों में आगे बढ़ना चाहता हूं, लेकिन सही मंच नहीं मिल रहा है. प्रखंड स्तर पर जो स्टेडियम बना है, वह अब तक चालू नहीं हुआ है, जिससे वह अनुपयोगी बना हुआ है. सम्पद कुमार साधु स्टेडियम का समय पर उद्घाटन होने से भविष्य बन सकता है. मोहनपुर स्टेडियम पूरी तरह तैयार है. उद्घाटन होते ही यह खिलाड़ियों के लिए बेहतर अवसर बन जायेगा. मनोज मुर्मू हम ग्रामीण खिलाड़ी मेहनत तो करते हैं, लेकिन बिना संसाधन और मंच के हमारी प्रतिभा दब जाती है. स्टेडियम बन तो गया है, लेकिन जब तक उसका उद्घाटन नहीं होगा. जीत कुमार
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