किस्को. किस्को व पेशरार प्रखंड क्षेत्र में आम का मंजर देख किसान के चेहरे पर खुशी देखने को मिल रही है.इस वर्ष आम के पेड़ पूरी तरह मंजर से ढके हुए हैं.पेड़ों पर सिर्फ आम के मंजर नजर आ रही है.मंजर के कारण पत्ते पूरी तरह ढके हुए हैं.आम बागवानी लगाये किसानों को इस वर्ष बेहतर आम की पैदावार की उम्मीद है.प्राकृतिक नुकसान ना हो तो बेहतर आमदनी इस वर्ष होने की उम्मीद है.किस्को व पेशरार प्रखण्ड क्षेत्र के किसान अपने खेंतो मे बागवानी से लाखों कमाई की उम्मीद में है.मनरेगा एवं जेएसएलपीएस के माध्यम से क्षेत्र के दर्जनों किसान आम के सीजन में बागवानी में गांव के बेरोजगार युवाओं को रोजगार भी उपलब्ध कराते हैं. आम बागवानी से किसान प्रति वर्ष 30 से 40 हजार रुपये बिना पूंजी के कमाते हैं.साथ ही बागवानी की देखरेख में लगे लोगो को महीने के 06 हजार रुपये दी जाती है.बागवानी में देखरेख के लिए भी लोगो को लगायी जाती है.जो आम के फलने से लेकर तोड़ने तक बागवानी की देखभाल करते हैं.बागवानी में आम का मंजर निकल चुके हैं,ऐसे में सभी बागवानी में मजदूर देखरेख हेतु लगाना शुरू हो चुकी है.किसानों को आम को बेचने के लिए कही जाने की भी जरूरत नही होती है. व्यापारियों द्वारा आम के फलने के साथ ही किसानों के आम को खरीद लिया जाता है.जिसमें आधा पैसा किसानों को शुरू में ही दे दिया जाता है, जबकि आधा पैसा फल तोड़ने के बाद दिया जाता है.एक पौधा में 25 किलो आम निकलता है.जिसे 25 से 30 रुपये की भाव से खरीद लिए जाते हैं.एक पौधा से किसानों को 700 से 800 रुपये की आमदनी होती है. जानकारी के अनुसार पेशरार प्रखण्ड क्षेत्र में मनरेगा की ओर से 220 एकड़ में आम बागवानी लगाये गये हैं. जिसमे 25 एकड़ में आम फलना शुरू हो चुकी है.जहाँ से किसान फल बेच अच्छी आमदनी कमा रहे हैं. आम का पैदावार व आमदनी देख बीते कुछ वर्षों में बागवानी के प्रति लोगो का झुकाव बढ़ रहा है.किस्को प्रखंड क्षेत्र में वर्ष 2006- 2007 में नाबार्ड के बाड़ी योजना के अंतर्गत 85 एकड़ भूमी पर 124 किसानों को आम बागवानी का लाभ दिया गया है. किसानों को प्रति एकड़ 100 वही एक डिसमिल में 1 पौधा के हिसाब से आम लगवाए गये हैं, जो कि आज पूरी तरह तैयार हो चुकी है. जिसपर अभी मंजर लदे हुए हैं. जो किसानों को 30 से 40 हजार प्रति वर्ष की फायदा दे रही है. साथ ही लगभग 150 ग्रामीणों को रोजगार भी उपलब्ध हो रही है. लोगों के अलाआ प्रखण्ड क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों ने भी आम बागवानी से अच्छी खासी आमदनी कमा रहे हैं.बेठहठ,बगड़ू,परहेपाठ,आरेया, खरकी व अन्य पंचायत में किसान लैणा उराँव, जितबाहन्न उराँव,अविनाश मिंज,गोवर्धन उराँव,एवं पंचायत के 30 से अधिक किसानों द्वारा 17 एकड़ से अधिक भूमि में आम बागवानी लगाया गया है.
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