गढ़वा शहर को ट्रैफिक जाम से निजात दिलाने के लिए करोड़ों की लागत से फोरलेन बाइपास सड़क का निर्माण कार्य पूरा कर लिया गया है. इसे आम लोगों के लिए चालू भी कर दिया गया है. इसके बावजूद शहर में जाम की समस्या बरकरार है. इसका मुख्य कारण बाहर से आनेवाले वाहनों के लिए कोई स्पष्ट दिशा-निर्देश, सूचना पट्ट या मार्गदर्शन का नहीं होना है. इससे वे बाइपास की जगह शहर के भीतरी इलाकों में सीधे प्रवेश कर जाते हैं. जो शहरवासियों के लिए परेशानी का कारण बनता है.
बिना योजना के यातायात व्यवस्था, दुर्घटना का खतराशहर में व्याप्त ट्रैफिक अव्यवस्था केवल लोगों की दिनचर्या को प्रभावित नहीं कर रही, बल्कि आयेे दिन छोटी-बड़ी दुर्घटना भी हो रही है. स्कूल जाने वाले बच्चों, ऑफिस कर्मचारियों, मरीजों और आपातकालीन सेवाओं को जाम के कारण भारी परेशानी उठानी पड़ती है.
तीन पहिया वाहन भी समस्या की बड़ी वजहशहर में संचालित ऑटो रिक्शा और ई-रिक्शा जैसे तीन पहिया वाहनों के लिए रूट और स्टैंड तय किये गये हैं, लेकिन इनका पालन सख्ती से नहीं हो रहा है. ज्यादातर वाहन चालक निर्धारित रूट से हटकर भीड़भाड़ वाले इलाकों में सवारियां ढ़ोते हैं. इससे ट्रैफिक का दबाव और बढ़ जाता है. इन वाहनों की अनियंत्रित संख्या और अव्यवस्थित संचालन भी जाम के प्रमुख कारणों में शामिल है.
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