इस मामले में गहिड़ी गांव निवासी टेंपो चालक उपेंद्र मेहता ने थाना में दोनों आरोपियों के खिलाफ आवेदन दिया था, लेकिन बाद में कुछ लोगों के समझाने पर उन्होंने अपना आवेदन वापस ले लिया. स्थानीय लोगों का कहना है कि यह घटना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है. जब सीओ से संपर्क करने की कोशिश की गयी तो पता चला कि वे बिशुनपुरा प्रखंड के प्रभार में हैं. मोबाइल पर संपर्क करने की कोशिश की गयी, लेकिन उन्होंने फोन रिसीव नहीं किया. इस पूरे मामले ने प्रशासनिक व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिये हैं.
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