प्रतिनिधि, गढ़वा. सदर अनुमंडल पदाधिकारी संजय कुमार ने कांडी प्रखंड के गाड़ा खुर्द गांव में मनरेगा योजनाओं की जांच की. जांच स्थानीय स्तर पर प्राप्त शिकायतों के आधार पर उप विकास आयुक्त के निर्देश पर की गयी. इनमें से अधिकतर योजनाओं की जांच पूर्व के अनुमंडल पदाधिकारी के स्तर से भी एक बार की जा चुकी थी. इस बार की जांच के दौरान मुख्य रूप से मनरेगा अंतर्गत निर्मित कूप, मेड़बंदी एवं अन्य योजनाओं की भौतिक समीक्षा की गई. जांच में प्रथम दृष्टया पाया गया कि इनमें से अधिकतर कूप योजनाएं नदी के किनारे या नदी के प्रवाह के बीच स्थित थीं, जहां उनकी वास्तविक आवश्यकतानहीं थी. इसके अतिरिक्त कुछ कूप योजनाओं की मौके पर गहरायी नापी, अन्य पहलुओं की जांच की गयी, तो उनमें गड़बड़ी की आशंका सामने आयी. कई योजनाओं में मजदूरों के स्थान पर जेसीबी व अन्य मशीनों के उपयोग के प्रमाण भी मिले, जो मनरेगा के नियमों के खिलाफ हैं.एसडीएम ने मनरेगा के क्रियान्वयन से जुड़े पदाधिकारियों व कर्मचारियों को गंभीरता व संवेदनशीलता के विकास योजनाओं के क्रियान्वयन करने का निर्देश दिया.
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