बीते छह मई को भी मॉडल डिग्री कॉलेज जमीन की मापी कर सीमांकन किया गया और लोगों को लगा कि अब डिग्री कॉलेज की जमीन का बाउंड्रीवाल कार्य पूरा हो सकेगा. लेकिन फिर से विवाद गहरा गया. स्थानीय रैयतदारो ने मॉडल डिग्री कॉलेज को पुनः मापी कराकर सीमांकन कराने की मांग को लेकर शुक्रवार को धरना पर बैठ गये. रैयतदार बबुन साव, कार्तिक साव, गणेश साव ने बताया कि बीते 20 जनवरी 2025 को सीओ की उपस्थिति में अमीन प्रदीप राय ने डिग्री कॉलेज जमीन का सीमांकन कराया. इसके बाद छह मई को सीओ की उपस्थिति में अमीन ने मापी की. दोनों के मापी में काफी भिन्नता पायी गयी है. इसके कारण इस मापी से लोग असंतुष्ट हैं. लोगों ने आरोप लगाया है कि डिग्री कॉलेज को प्राप्त जमीन का ओरिजनल नक्शा के जगह गलत नक्शा का उपयोग किया गया है. इससे स्पष्ट होता है कि डिग्री कॉलेज के मूल कागजात को गायब कर दिया गया है. इसलिए लोगों की जमीन को सुरक्षित कर बाउंड्रीवाल का कार्य की जाये.
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