शहरी क्षेत्रों में स्थित तीन प्रमुख पार्कों में इन दिनों असामाजिक तत्वों का आतंक बढ़ गया है. हाल यह है कि प्रतिदिन किसी न किसी पार्क से घूमने आने वालों से बदसलूकी, मारपीट या छेड़छाड़ की घटना सामने आ रही है. इसके बावजूद पुलिस सुरक्षा का कोई ठोस व्यवस्था नहीं कर रही है. इससे आमजन में नाराजगी और असुरक्षा की भावना बढ़ रही है. बता दें कि गिरिडीह शहरी क्षेत्र में लोगों की सुविधा और मनोरंजन के लिए तीन बड़े पार्क शास्त्रीनगर स्थित अटल समिति चिल्ड्रेन पार्क, हुट्टी बाजार स्थित सीताराम पार्क और बरमसिया में नरेंद्र सिन्हा चिल्ड्रेन पार्क हैं. इन पार्कों को बच्चे, महिलाएं, बुजुर्ग और युवा सुकून भरे पल बिताने की जगह मानते हैं, लेकिन अब यहां असामाजिक तत्वों का जमावड़ा लगने लगा है. स्थानीय लोगों का कहना है कि शाम के समय जब लोग परिवार के साथ घूमने आते हैं, तो असामाजिक तत्व अभद्र व्यवहार करते हैं. बोलचाल में गाली-गलौज करते हैं और कई बार मारपीट भी करते हैं. खासकर महिलाएं और लड़कियां पार्कों में अपने आप को असुरक्षित महसूस कर रही हैं.
प्रेमी युगल से की गयी मारपीट
शहर के शास्त्रीनगर स्थित पार्क में पिछले सोमवार को एक प्रेमी युगल को ब्लैकमेल कर रंगदारी मांगने और विरोध करने पर युवक के साथ मारपीटका मामला सामने आया था. इस घटना से शहरवासियों में गंभीर नाराजगी. मालूम रहे कि सोमवार की दोपहर एक प्रेमी युगल शास्त्रीनगर पार्क में घूमने के लिए आया हुआ था, तभी कुछ असामाजिक तत्वों ने छिपकर उनका वीडियो बना लिया. इसके बाद उक्त लोग प्रेमी युगल के पास पहुंचे और वीडियो वायरल करने की धमकी देते हुए रंगदारी मांगने लगे. युवक ने इसका विरोध किया, तो उसके साथ मारपीट की गयी. वहीं दूसरी घटना शहर के बरमसिया स्थित पार्क में घटित हुई, जहां एक परिवार ई-रिक्शा लेकर घूमने के लिए आया था. इस बीच वाहन लगाने को लेकर वहां पर अड्डा जमाये बैठे युवकों से कहासुनी हुई और इसके बाद ई-रिक्शा में सवार महिला और पुरुष दोनों के साथ मारपीट की गयी. इसके अलावा और कई घटनाएं हुईं हैं. घटनाओं को समझौता के बाद सलटा लिया गया. वहीं, कई लोग अपनी इज्जत बचाने के लिए पुलिस के पास नहीं गये. पार्कों में पुलिस पेट्रोलिंग के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति करती है.
पुलिस गश्ती बढ़ाने की मांग तेज
लोगों ने पार्कों में पुलिस गश्ती बढ़ाने और सुरक्षा व्यवस्था दुरुस्त करने की मांग प्रशासन से की है. लोगों का कहना है कि शास्त्रीनगर, हुट्टी बाजार और बरमसिया पार्क जैसे शहरी इलाकों में वह बच्चों और परिवारों के साथ सुकून के लिए जाते थे, लेकिन अब पार्क असामाजिक तत्वों के अड्डे बनते जा रहे हैं. शाम के समय युवक वहां समूह बनाकर आते हैं और महिलाओं व प्रेमी युगलों के साथ अभद्र व्यवहार, ब्लैकमेलिंग और मारपीट करते हैं. युवतियों का पीछा असामाजिक तत्व पार्क से निकलने के बाद भी करते रहते हैं. लोगों का कहना है कि यदि प्रशासन समय रहते पार्कों में सुरक्षा गार्ड की नियुक्ति, सीसीटीवी कैमरा व नियमित गश्ती नहीं होती है, तो कभी भी बड़ी घटना हो सकती है.
असामाजिक तत्वों की पहचान कर होगी सख्त कार्रवाई : एसपी
गिरिडीह के एसपी डॉ विमल कुमार ने कहा कि समाज में खलल पैदा करने वाले असामाजिक तत्व को बख्शा नहीं जायेगा. ऐसे लोगों को चिह्नित कर सख्त कार्रवाई की जायेगी. एसपी ने बताया कि जिले के सभी थाना प्रभारियों को विशेष रूप से निर्देशित किया गया है कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में शाम के समय गश्त बढ़ायें और हर गतिविधि पर पैनी नजर रखें. सिर्फ शहर ही नहीं, बल्कि पूरे जिले में यह अभियान समान रूप से चलाया जायेगा. उन्होंने स्पष्ट कहा कि जिन स्थानों पर युवाओं या अन्य लोगों द्वारा बिना किसी कारण अड्डेबाजी की जा रही है, उनपर त्वरित कार्रवाई की जायेगी. थाना स्तर पर गश्ती दल लगातार क्षेत्र में भ्रमणशील रहेंगे और स्थिति पर निगरानी रखेंगे.
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