मंत्री चमरा लिंडा ने कहा कि मुख्यमंत्री की सोच है कि राज्य के बच्चे खूब पढ़ें-लिखें और आगे बढ़कर राज्य का नाम पूरे देश में रोशन करें. सपना आपकी मंजिल का नींव है. उन्होंने कहा कि राज्य के बच्चों को बेहतर से बेहतर शिक्षा उपलब्ध कराने हेतु राज्य सरकार दृढ़संकल्प है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री चाहते हैं कि राज्य के सभी बच्चे पढ़े लिखें.
प्रशासन योजनाओं के अमल में लगा है
मंत्री श्री लिंडा ने कहा कि जिला प्रशासन सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं को धरातल पर उतारने का प्रयास कर रहा है. बच्चों को हर कल्याणकारी योजनाओं से जोड़ने का काम किया जा रहा है ताकि हम अपने राज्य को आगे बढ़ता हुए देखें. उन्होंने कहा कि परिश्रम ही पूंजी है, खूब पढ़िए, मेहनत करिए. मेहनत करिएगा तो बड़ा पदाधिकारी, बड़ा साहब बनियेगा और अपने जिले का नाम रोशन करियेगा. उन्होंने कहा कि बड़ा सपना देखना है अच्छी बात है, पर सपने को पूरा करने के लिए खूब मेहनत करिये. उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी, बाबा साहब भीमराव अंबेडकर, सरदार पटेल, पंडित नेहरू, इंदिरा गांधी इतने महान कैसे बने, सबने खूब मेहनत की, पढ़ाई की, अपने सपनों को पूरा करने के लिए जी जान लगा दी. उन्होंने कहा कि बीच में स्कूल न छोड़े, विद्यालय जाना बंद न करें, स्वयं भी विद्यालय जाएं, अपने दोस्तों को भी प्रेरित करें. इस दौरान मंत्री ने कुछ बच्चों के बीच सांकेतिक रूप से साइकिल वितरण तथा छात्रवृति का लाभ दिया.
बेहतर भविष्य के लिए शिक्षा अत्यंत आवश्यक : सुदिव्य कुमार
मंत्री सुदिव्य कुमार ने कहा कि झारखंड राज्य के बच्चे मेहनती होते हैं. घर के काम के साथ-साथ पढ़ाई भी अत्यंत आवश्यक है. जीवन में शिक्षा का बहुत व्यापक महत्व है. बेहतर कल व बेहतर भविष्य के लिए पढ़िए. इसके अलावा मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार बच्चों को बेहतर शिक्षा देने के लिए कई योजनाओं पर काम कर रही है. सरकार की योजनाओं का लाभ समाज के अंतिम व्यक्ति तक पहुंचे, सरकार की यही प्राथमिकता है. डीसी रामनिवास यादव ने कहा कि सरकारी योजनाओं को धरातल पर उतारने हेतु जिला प्रशासन द्वारा उचित प्रयास किए जा रहे हैं. सरकार का लाभ हरेक जरूरतमंद को मिलें, यह भी सुनिश्चित किया जा रहा है. डीसी ने बताया कि प्री मैट्रिक छात्रवृति के तहत 1,93,000 छात्र-छात्राओं को छात्रवृति का लाभ दिया गया है तथा पोस्ट मैट्रिक छात्रवृति के तहत 42,000 छात्र-छात्राओं को छात्रवृति का लाभ दिया गया है. इसके अलावा वर्ग अष्टम में अध्ययनरत 38,157 छात्र-छात्राओं के बीच साइकिल वितरण किया गया है. डीसी ने बच्चों को पढ़ाई के प्रति प्रेरित किया.
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