Giridih News: बोकारो रेंज के आइजी क्रांति कुमार गड़िदेशी मंगलवार को गिरिडीह पहुंचे, जहां सबसे पहले उन्हें समाहरणालय परिसर में गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया. इसके बाद उन्होंने गिरिडीह पुलिस अधीक्षक डॉ विमल कुमार समेत जिले के वरीय पुलिस अधिकारियों के साथ समाहरणालय स्थित सभागार में समीक्षा बैठक की. बैठक में गिरिडीह जिले में बढ़ते साइबर अपराध, कानून-व्यवस्था की स्थिति, नशे के अवैध कारोबार और पुलिसिंग की मौजूदा व्यवस्था को लेकर विस्तार से चर्चा की गयी. बैठक में एसपी के साथ डीएसपी टू कौशर अली, एसडीपीओ जीतवाहन उरांव, साइबर डीएसपी आबिद खान, प्रशिक्षु डीएसपी नीलम कुजूर, कैलाश महतो, नगर थाना प्रभारी शैलेश प्रसाद और मुफस्सिल थाना प्रभारी श्याम किशोर महतो, डुमरी इंस्पेक्टर राजेंद्र प्रसाद, पचंबा इंस्पेक्टर मंटू कुमार समेत जिले के तमाम कई पुलिस पदाधिकारी मौजूद थे. आईजी ने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश देते हुए कहा कि जिले में साइबर क्राइम के मामलों में त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित की जाये. इसके लिए तकनीकी दक्षता को और बेहतर बनाया जाये. उन्होंने कहा कि गिरिडीह जैसे सीमावर्ती जिलों में नशे का कारोबार अब चिंता का विषय बनता जा रहा है. ऐसे में पुलिस को जीरो टॉलरेंस की नीति पर काम करना होगा. उन्होंने यह भी कहा कि जिले में पुलिसिंग को और अधिक जनोन्मुखी बनाया जाये. आम लोगों की शिकायतों को गंभीरता से लिया जाए और थानों में आये फरियादियों की समस्याओं का शीघ्र समाधान हो. साथ ही स्कूल और कॉलेजों में विधिक जागरूकता अभियान चलाकर युवाओं को कानून के प्रति जागरूक किया जाए ताकि वे अपराध और नशे से दूर रह सकें. पत्रकारों से बातचीत करते हुए आइजी ने कहा कि गिरिडीह में साइबर अपराध और नशीली दवाओं का प्रभाव लगातार बढ़ रहा है जिससे खासकर युवा पीढ़ी प्रभावित हो रही है. पुलिस को अब और अधिक संवेदनशील, सतर्क और सक्रिय होकर काम करने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि जनता के भरोसे पर खरा उतरना पुलिस की पहली जिम्मेदारी है और इसमें कोई कोताही बर्दाश्त नहीं की जायेगी.
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