Giridih News: राज्य स्तर पर स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता का आकलन करने एवं व्यवस्था को और अधिक सुदृढ़ बनाने की दिशा में प्रयासरत झारखंड सरकार द्वारा गठित विशेष पांच सदस्यीय टीम मंगलवार को गिरिडीह पहुंची. इस टीम का नेतृत्व स्टेट टीबी ऑफिसर कमलेश कुमार कर रहे थे. उनके साथ सहायक कार्यक्रम अधिकारी सुमित कुमार, परामर्शी रवींद्र कुमार रजक, नागेंद्र कुमार यादव और प्रशिक्षक विनय कुमार भी शामिल थे. टीम ने सबसे पहले गिरिडीह सदर अस्पताल परिसर में स्थित ब्लड बैंक का निरीक्षण किया, जहां उपलब्ध संसाधनों, रक्त की उपलब्धता, प्रबंधन व्यवस्था तथा साफ-सफाई आदि का जायजा लिया. इसके बाद टीम ने एक्स-रे रूम, दवा वितरण केंद्र, जनरल वार्ड, ड्रेसिंग रूम, लैब, ओपीडी, महिला वार्ड सहित अस्पताल के विभिन्न विभागों का निरीक्षण किया. इस दौरान टीम ने अस्पताल में उपलब्ध सुविधाओं, मरीजों को दी जा रही सेवाओं, स्टाफ की उपस्थिति, साफ-सफाई की स्थिति तथा दवा आपूर्ति की प्रक्रिया को गहनता से परखा. निरीक्षण के दौरान टीम ने अस्पताल प्रबंधन को कई अहम सुझाव और दिशा-निर्देश भी दिये. सदर अस्पताल के निरीक्षण के बाद टीम चैताडीह स्थित मातृत्व एवं शिशु केंद्र भी पहुंची. यहां पर गर्भवती महिलाओं और नवजात शिशुओं को दी जा रही सुविधाओं की समीक्षा की गयी. निरीक्षण के दौरान गिरिडीह के सिविल सर्जन डॉ शिव प्रसाद मिश्रा, डीएस डॉ राजीव कुमार, डीपीएम प्रतिमा कुमारी, अस्पताल प्रबंधक, नर्सिंग स्टाफ और अन्य स्वास्थ्य कर्मी उपस्थित रहे. अधिकारियों ने निरीक्षण टीम को सभी आवश्यक जानकारियां दीं और अस्पताल की चुनौतियों एवं उपलब्ध संसाधनों की जानकारी साझा की. हर नागरिक को गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ सेवा देने का प्रयास : कमलेश कुमार स्टेट टीबी ऑफिसर कमलेश कुमार ने कहा कि पूरे राज्य में संचालित सदर अस्पतालों की स्थिति की समीक्षा करना इस निरीक्षण का मुख्य उद्देश्य है. रांची में गठित कुल 12 निरीक्षण टीमों को विभिन्न जिलों में भेजा जा रहा है, ताकि प्रत्येक जिले के सदर अस्पताल का निष्पक्ष आकलन किया जा सके. उन्होंने कहा कि निरीक्षण के बाद एक विस्तृत रिपोर्ट तैयार की जायेगी, जिसमें अस्पतालों की कमियों, उपलब्धियों और सुधार की संभावनाओं को चिह्नित किया जायेगा. सरकार का प्रयास है कि राज्य के हर नागरिक को सुलभ, सुरक्षित और गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवा मिल सके.
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