धीरे-धीरे औरा और मुंडरो में सब स्टेशन बन जाने के बाद इन सबसे बिजली का भार हटा दिया गया. फिर सरिया पावर ग्रिड सब स्टेशन के निर्माण के बाद बगोदर प्रखंड के दोंदलो, देवराडीह पंचायत के हिस्सों में बिजली की आपूर्ति की जाने लगी, लेकिन मौजूदा दौर में बगोदरडीह पावर सब स्टेशन से बगोदर, बगोदरडीह, माहुरी, गैंडा, बुकना, अटका क्षेत्र में बिजली वर्तमान में दी जा रही हैं. इसमें बगोदरडीह पावर सब स्टेशन को जितनी मेगावाट बिजली मिलनी चाहिए, वो नहीं मिल पा रही है. इसका नतीजा यह है कि बगोदर प्रखंड के इन पंचायतों के अधीन गांव में निर्बाध रूप से बिजली नहीं मिल पा रही है. इससे उपभोक्ताओं को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. बगोदरडीह पावर सब स्टेशन को 15 से 18 मेगावाट बिजली मिलनी चाहिए. लेकिन पावर ग्रिड से उसे सात मेगावाट, तो कभी नौ मेगावाट बिजली मिलती है, जो पर्याप्त नहीं है. इसमें बगोदर पावर सब स्टेशन में कर्मियों को मिलनेवाली कम मेगावाट से निर्बाध बिजली बहाल करने में काफी परेशानी हो रही है. हालात यह हैं कि एक ओर सरिया पावर ग्रिड से बगोदर प्रखंड के कुछ पंचायतों में बिजली 24 घंटे में 20-22 घंटे बिजली मिल पाती है. वहीं बगोदर प्रखंड के इन पंचायतों का भार झेल रहे बगोदरडीह पावर सब स्टेशन से महज 10-14 घंटे ही बिजली मिल पाती है. वहीं बगोदरडीह पावर सब स्टेशन को तकनीकि खराबी का दंश झेलना पड़ रहा है. इसमें ब्रेकर व स्विच खराब हैं और जीर्ण शीर्ण अवस्था में हैं. साथ ही फीडर की समस्या सामने आ रही है. सब स्टेशन में स्विच खराब होने के कारण बगोदर और अटका के उपभोक्ताओं को परेशानी हो रही है. इससे समुचित और निर्बाध बिजली नहीं मिल पा रही है.
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