
पोड़ैयाहाट में एक बार फिर ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य व्यवस्था चरमरा गयी है. स्वास्थ्य विभाग के आला अधिकारी के बीच मॉनिटरिंग का घोर अभाव देखा जा रहा है. दरअसल इसकी पोल तब खुली, जब बीडीओ फुलेश्वर मुर्मू प्रखंड के महेशकुतरो गांव के आंगनबाड़ी केंद्र का निरीक्षण करने पहुंचे थे. इस दौरान बगल में उप स्वास्थ्य केंद्र का भी निरीक्षण करने पहुंच गये. उन्होंने देखा कि उप स्वास्थ्य केंद्र में ताला लटका हुआ है. जब बीडीओ द्वारा इस संबंध में ग्रामीणों से जानकारी प्राप्त किया, तो ग्रामीणों ने बताया कि उक्त उप स्वास्थ्य केंद्र अक्सर बंद रहता है. जब मर्जी तब खुलता है. उक्त उप स्वास्थ्य केंद्र में दो एएनएम प्रतिनियुक्त हैं. अब सवाल यह उठता है कि ग्रामीण क्षेत्रों में प्राथमिक उपचार या गर्मी मौसम में सर्दी-खांसी की दवा लेने के लिए सीएचसी या सदर अस्पताल जाना पड़ेगा. बताने की सरकार भले ही स्वास्थ्य व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए लाखों-करोड़ों की राशि खर्च करे, लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही है. अगर प्रखंड क्षेत्र के विभिन्न उप स्वास्थ्य केंद्र का निरीक्षण किया जाये, तो चौंकाने वाले तथ्य भी सामने आयेंगे.
क्या कहते हैं बीडीओ
आंगनबाड़ी केंद्र की जांच के लिए पहुंचा था, तो बगल में उप स्वास्थ्य केंद्र में ताला लगा हुआ था. इस संबंध में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी को आवश्यक कार्रवाई के लिए निर्देशित करूंगा एवं स्पष्टीकरण भी किया जाएगा. जवाब संतोषजनक नहीं पाये जाने पर कार्रवाई की जाएगी.फुलेश्वर मुर्मू, बीडीओ पोड़ैयाहाट
क्या कहते हैं एमओआइसी
सूचना प्राप्त हुई है. संबंधित एएनएम स्पष्टीकरण का मांगी जाएगी. इसके बाद आवश्यक कार्रवाई की जाएगी.रमेश कुमार, प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी पोड़ैयाहाटB
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है