230 बच्चों ने लिया दृढ़ीकरण संस्कार और 93 ने ग्रहण किया प्रथम परम प्रसाद बिशुनपुर. बिशुनपुर प्रखंड के बनारी स्थित कैथोलिक चर्च में रविवार को गुमला धर्मप्रांत के धर्माध्यक्ष बिशप डॉक्टर लीनुस पिंगल एक्का की उपस्थिति में प्रखंड के 230 बच्चे-बच्चियों ने दृढ़ीकरण संस्कार व 93 बच्चों ने प्रथम परम प्रसाद संस्कार ग्रहण किया. इससे पूर्व बिशप की अगुवाई में विभिन्न धार्मिक विधियों के बीच पवित्र मिस्सा पूजा हुई. बिशप ने आशीर्वचन में कहा कि ईश्वर भोजन के रूप में परम प्रसाद देते हैं. ईश्वर कहते हैं कि मैं स्वयं रोटी हूं. अर्थात मनुष्य भोजन के रूप में जो ग्रहण करता है, वह मैं ही हूं. परम प्रसाद हम सब को सामुदायिकता का पाठ पढ़ाता है. ईश्वर के कृपा से हमें खाने के लिए अन्न प्राप्त होता है. चूंकि हम सभी धार्मिकता से पोषित हैं. इसलिए ईश्वर हमें इस बात के लिए प्रेरित करते हैं कि हम भूखे-प्यासों, दीन-दुखियों और गरीबों की सेवा करें. साथ ही जो कमजोर हैं, उसे मजबूती प्रदान करें. उन्होंने कहा कि दृढ़ीकरण संस्कार के बाद व्यक्ति को आत्मिक युवावस्था में प्रवेश करने और अपने विश्वास को मजबूत बनाने की शक्ति प्राप्त होती है, जिससे वह दुनिया में अपने विश्वास को साहसपूर्वक व्यक्त कर सके. उन्होंने बच्चों को प्रेरित करते हुए कहा कि अभी आप सभी बच्चे धीरे-धीरे परिपक्व होंगे, तो समाज के प्रति आपकी जिम्मेवारी बढ़ेगी. मौके पर फादर जस्टिन, जार्ज, समीर सुमन, पास्कल अजय, सिस्टर अनीता, बालेश्वर खाखा, फ्लिप कुजूर, सुनील मिंज, निर्मल आदि उपस्थित थे.
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