गुमला. सदर अस्पताल गुमला में बेड की कमी से मरीजों को जमीन पर या अस्पताल परिसर में इलाज कराना पड़ रहा है. गुरुवार को अस्पताल का भ्रमण करने पहुंचे सामाजिक कार्यकर्ता देवेंद्र लाल उरांव ने इस स्थिति को चिंताजनक बताया. उन्होंने सरकार से आग्रह किया कि रांची के नगड़ी में रिम्स- 2 बनाने की बजाय गुमला में इसकी स्थापना की जाये. उरांव ने कहा कि गुमला के लोग खुशी-खुशी अपनी जमीन रिम्स-2 के लिए दान देंगे. उन्होंने यह भी सुझाव दिया कि जमीन दान करने वालों को तृतीय व चतुर्थ श्रेणी की नौकरियों में प्राथमिकता दी जाये, जिससे रोजगार व जीवन यापन में भी मदद मिलेगी. सामाजिक कार्यकर्ता संतोष झा ने कहा कि गंभीर मरीजों को रिम्स रेफर करना पड़ता है, जहां कई की जान रास्ते में ही चली जाती है. यदि गुमला में रिम्स-2 जैसा बड़ा अस्पताल बनता है, तो गुमला, सिमडेगा, लोहरदगा, लातेहार और छत्तीसगढ़ के जशपुर जिले के हजारों लोगों को लाभ होगा. अमित साहू ने भी गुमला में चिकित्सकों की कमी पर चिंता जताते हुए सरकार से स्थायी चिकित्सीय व्यवस्था की मांग की. मौके पर प्रकाश प्रसाद, आशीष कुजूर, अनिमा कुमारी व रोहित कुजूर भी उपस्थित थे.
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