गुमला. झारखंड राज्य आउटसोर्सिंग कर्मचारी संघ के आह्वान पर गुमला जिले में विभिन्न सरकारी विभागों में कार्यरत आउटसोर्सिंग कर्मियों ने गुरुवार को अपनी 12 सूत्री मांगों को लेकर समाहरणालय परिसर चंदाली में एकदिवसीय धरना दिया. धरना प्रदर्शन पर बैठे कर्मियों ने बताया कि झारखंड सरकार द्वारा आउटसोर्सिंग कर्मियों के लिए बनायी गयी नियमावली कर्मियों के हित में नहीं है. नियमावली के विरोध में चरणबद्ध आंदोलन के तहत आज एकदिवसीय धरना-प्रदर्शन किया गया, जिसमें जिला व प्रखंड सह अंचल के सभी कार्यालयों के जिप चालक, अमीन, कंप्यूटर ऑपरेटर, झाड़ुकस समेत अन्य आउटसोर्सिंग कर्मी शामिल हुए. कर्मियों ने कहा कि हमारी मांग है कि 60 साल तक हमारी सेवा सुनिश्चित की जाये, समान काम के बदले समान वेतन दिया जाये, दुर्घटना बीमा व उपार्जित अवकाश दिया जाये, शपथ पत्र समर्पित करने की बाध्यता समाप्त की जाये, वार्षिक वेतन वृद्धि राज्य सरकार अथवा केंद्र सरकार द्वारा निर्धारित मानक के अनुरूप समान अथवा पूर्व की भांति आठ प्रतिशत किया जाये, अमीन समेत अन्य तकनीकी कर्मियों को गैर तकनीकी श्रेणी में रखा गया है, उन्हें तकनीकी श्रेणी में रखा जाये, राज्य सरकार के कर्मियों की तर्ज पर हमें भी पितृत्व अवकाश दिया जाये. कर्मियों ने कहा कि आज के धरना के बाद भी यदि हमारी मांगें पूरी नहीं होती है, तो 15 जून को मोरहाबादी मैदान रांची में एकदिवसीय महाधरना कार्यक्रम किया जायेगा. धरना प्रदर्शन में अमन आनंद सिंह, बद्रीनाथ गुप्ता, दीपक कुमार, साहिबा नाज, नुपूर कुमारी, रवींद्र तिर्की, मनोहर साहू, दिलीप महली, श्याम मांझी, सीताराम साहू, फिरदौस आलम, प्रतीक राय, राजेंद्र बड़ाइक, विकास कुमार गुप्ता, विवेक साहू, राजू उरांव, राजू महतो, सुनील मिंज, बंधु सिंह, लेदवा उरांव, बली साहू समेत अन्य कर्मी शामिल थे.
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