गुमला. सदर अस्पताल में मंगलवार को टीबी मुक्त भारत अभियान 2025 की शुरुआत हुई. मुख्य अतिथि उपायुक्त प्रेरणा दीक्षित, विशिष्ट अतिथि सिविल सर्जन डॉ शंभूनाथ चौधरी, उपाधीक्षक डॉ अनुपम किशोर, डीटीओ डॉ गणेश राम व जिला आरसीएच पदाधिकारी डॉ सुनील कुमार ने संयुक्त रूप से कार्यक्रम का शुभारंभ किया. मौके पर उपायुक्त ने कहा कि समाज के अंतिम व्यक्ति तक पहुंचना जरूरी है. जब तक हर व्यक्ति को सही जानकारी व सेवाएं नहीं मिलेंगी. यह लड़ाई अधूरी रहेगी. गुमला को टीबी मुक्त बनाना हम सबकी जिम्मेदारी है. उन्होंने प्रशासन की ओर से पूर्ण सहयोग करने का आश्वासन दिया. उन्होंने स्वास्थ्य कर्मियों से कहा कि जो काम करेगा, उसको इनाम मिलेगा. लेकिन जो अपने लक्ष्य से पीछे रहेगा, उसके खिलाफ कार्रवाई होगी. अब मैं हर महीने योजना की समीक्षा करूंगा. इसलिए आप सभी गुमला को टीबी मुक्त जिला बनाने की मुहिम में ईमानदारी के साथ काम करें. जिला यक्ष्मा पदाधिकारी डॉ गणेश राम ने बताया कि यह अभियान जुलाई 2025 से 31 दिसंबर 2025 तक चलेगा. इस दौरान जिले के सभी प्रखंडों व पंचायतों में क्षय रोग की स्क्रीनिंग, जागरूकता, उपचार व निगरानी की जायेगी. उन्होंने कहा कि गुमला को टीबी मुक्त बनाने के लिए सभी विभागों व समुदाय का सहयोग जरूरी है. उपाधीक्षक डॉ अनुपम किशोर ने कहा कि टीबी के लक्षण पहचानना व समय पर इलाज जरूरी है. अधूरा इलाज बीमारी को गंभीर बना देता है. सिविल सर्जन डॉ शंभूनाथ चौधरी ने कहा कि यह अभियान केवल स्वास्थ्य कार्यक्रम नहीं, एक सामाजिक आंदोलन है. इसमें सभी की भागीदारी जरूरी है. उन्होंने आशा कार्यकर्ताओं, स्वास्थ्य पर्यवेक्षकों व पंचायत प्रतिनिधियों से सहयोग करने की अपील की है. मंचसंचालन मुकेश कुमार, स्वागत भाषण डीपीएम जया रेशमा खाखा व धन्यवाद ज्ञापन डॉ सुनील कुमार ने किया. इसके बाद उपायुक्त व सिविल सर्जन ने टीबी जागरूकता रथों को हरी झंडी दिखा कर रवाना किया. मौके पर विनय गुप्ता, अमित प्रसाद, युगल किशोर साहू, सुधांशु मिश्रा, उदय प्रताप ओहदार, मुकेश कुमार सिंह, पवन कुमार, राजेश उरांव, सुनील कुमार, दीपक साहू समेत सदर प्रखंड की सभी सीएचओ, टीबी स्क्रीनिंग टीम की सहिया, कौशल विकास कॉलेज की छात्राएं, स्वास्थ्यकर्मी व यक्ष्मा उन्मूलन कार्यक्रम के कर्मचारी मौजूद थे.
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