
गुमला. सिसई थाना के सिसई बस्ती निवासी रिजवाना परवीन की हत्या के अभियुक्त उसके पति शमशाद अंसारी व सौतन अफसाना खातून को सिसई पुलिस ने गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में प्रस्तुत कर जेल भेज दिया. इस संबंध में गुमला थाना में प्रेसवार्ता कर एसडीपीओ सुरेश प्रसाद यादव ने बताया कि 28 जून की रात आठ बजे आटा गुथने की विवाद को लेकर अफसाना खातून ने कुल्हाड़ी से रिजवाना के सिर पर वार कर गंभीर रूप से जख्मी कर दिया तथा उसका गला घोट कर हत्या कर दी. इस पूरे प्रकरण में उसके पति शमशाद अंसारी ने सहयोग किया. वहीं हत्या का मुख्य कारण यह भी है कि नवंबर 2024 में शमशाद अंसारी ने अपनी तीसरी शादी रिजवाना से कर ली. वहीं पूर्व में उसकी पहली पत्नी उसे छोड़ कर मायके चली गयी थी. इधर, तीसरी शादी के बाद शमशाद अधिक समय रिजवाना को देने लगा था, जिससे अफसाना के मन में उसके प्रति नफरत बढ़ती गयी और 28 जून की रात मामूली विवाद होने पर उसने घटना को अंजाम दिया. छापेमारी दल में थाना प्रभारी संतोष कुमार सिंह, पुअनि अजय कुमार, पुअनि प्रमोद कुमार, पुअनि प्रीति लकड़ा, पुअनि कृष्ण कुमार पासवान, सशस्त्र बल सिसई शामिल थे.
हत्या के बाद गुमराह करने की कोशिश
आरोपियों ने घटना को अंजाम देने के बाद झूठ का हल्ला कर दिया कि रिजवाना परवीन अपने घर में सिंटेक्स में पानी चेक करने गयी थी, जहां छत से उतरने के क्रम में सीढ़ी से पैर फिसलने से गिरने से उसकी मौत हो गयी. इसके बाद 29 जून की सुबह शव का पंचनामा तैयार किया गया, जहां पाया गया कि मृतका के सिर पर गंभीर जख्म है तथा गले में धारीनुमा जख्म है और गला को घोटने के निशान हैं. इसके बाद पुलिस ने उसके पति व सौतन को हिरासत में लेकर पूछताछ की, तो उनलोगों ने अपना जुर्म कबूल किया.
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