सिसई के कुदरा गांव के लोगों ने की बड़ी बैठक
हाल के दिनों में सिसई प्रखंड में कुछ लोगों के धर्म बदलने के बाद कुदरा गांव के ग्रामीणों ने यह फैसला लिया है. ग्रामीणों ने कहा है कि बाहर से आकर कुछ लोग गांव में बस गये हैं. इनकी वजह से गांव में अशांति का माहौल है. कुछ लोगों को धर्म बदलने के लिए दबाव भी बनाया जा रहा है. इसके बाद ग्रामीणों ने मंगलवार को गांव में आपात बैठक की और धर्म बदलने वाले लोगों को चेताया है.
ग्रामीणों को गुमराह कर धर्मांतरण का बनाया जा रहा दबाव – संजय कुमार वर्मा
संजय कुमार वर्मा ने कहा कि बाहर से आये लोग कुदरा गांव के असहाय, लाचार, गरीब, अशिक्षित ग्रामीणों को गुमराह कर धर्मांतरण करने का दबाव दिया जा रहा है. अगर इसे रोका नहीं गया, तो गांव का माहौल बिगड़ सकता है. प्रशासन को इस ओर ध्यान देने की जरूरत है. हालांकि, ग्रामीणों ने अपने गांव की संस्कृति, परंपरा, धर्म को बचाने और खुद की सुरक्षा के लिए बड़ा निर्णय लिया है. धर्म बदलने वालों का गांव में हुक्का पानी बंद होगा.
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बीमारी ठीक करने के नाम पर आदिवासियों पर बनाया जा रहा धर्म परिवर्तन का दबाव – उदय
उदय कुशवाहा ने कहा कि सिसई प्रखंड क्षेत्र के गांवों में अवैध रूप से परती जमीन पर धार्मिक स्थल बनाकर भोले-भाले गरीब आदिवासियों को बीमारी ठीक करने के नाम पर धर्म बदलने का दबाव बनाया जा रहा है. यह बहुत ही आपत्तिजनक और हास्यास्पद है. प्रशासन इन अवैध गतिविधियों पर रोक लगाये. अगर ऐसा नहीं किया, तो पूरे प्रखंड क्षेत्र में उग्र आंदोलन किया जायेगा. मौके पर समाजसेवी मुकेश श्रीवास्तव, रोहित शर्मा, सौरव ताम्रकार, जयराम उरांव, सुनीता देवी, छोटेलाल ताम्रकार सहित सैकड़ों महिला, पुरुष, पाहन, पुजार उपस्थित थे.
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