गुमला. जिले का शिवराजपुर पंचायत में गुरुवार को चटाई समाज के आठ गांवों के ग्रामीणों ने बैठक कर सामूहिक रूप से नशापान, दहेज प्रथा, बड़ा मेहमानी, गांव में डीजे साउंड की पूर्णत: प्रतिबंध करने का फैसला लिया. वहीं चटाई समाज में किसी की मौत होने पर कफन के स्थान पर स्वेच्छा से सहयोग राशि देने पर जोर दिया गया. बैठक की अध्यक्षता करते हुए शिवराजपुर के पहान पुनई उरांव ने कहा कि किसी समाज को नशा पान खोखला कर विकास में बाधक बनता है. इसलिए आज आप सभी प्रण लीजिए आप नशापान नहीं करेंगे और अपने क्षेत्र में भी किसी को भी नशापान नहीं करने देंगे. कतरी पंचायत के मुखिया शशिभूषण भगत ने कहा कि समाज में दहेज प्रथा सबसे बड़ा अभिशाप है, जिसे हर हाल में बंद करना है. इसके लिए हम सभी को एक साथ होकर किसी भी शादी विवाह में दहेज लेने वालों का बहिष्कार करना होगा, तभी दहेज पर अंकुश लगाया जा सकेगा. सुरेंद्र उरांव ने कहा कि शिक्षा को हथियार बना कर समाज को आगे बढ़ाया जा सकता है, इसलिए हम सभी अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा दें, जिससे हमारा समाज आगे बढ़ सके. चटाई समाज का अध्यक्ष सुरेंद्र उरांव, सचिव छदन उरांव व कोषाध्यक्ष राजू उरांव को बनाया गया. मौके पर हरिनारायण महतो, सुखदेव भगत समेत कतरी, शिवराजपुर, चुरहू, चटंगदाग, सीसी, बरांग, किता, बरकनी के सैकड़ों ग्रामीण मौजूद थे.
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