
बड़कागांव. हहारो नदी में बह गये पवन कुमार राणा का पता नहीं चलने पर परिजनों ने उसे मृत समझकर शुक्रवार को पुतला बनाकर सोनपुरा नदी घाट में अंतिम संस्कार किया. मुखाग्नि पुत्र आर्यन राज ने दी. बड़कागांव के ग्राम सोनपुरा निवासी पूरन राणा का 30 वर्षीय पुत्र पवन कुमार राणा 20 जून को हहारो नदी में आयी बाढ़ में बह गया था. सात दिनों तक उसकी खोजबीन की गयी, लेकिन कुछ पता नहीं चल पाया. इसके बाद परिजनों ने उसे मृत समझकर पुतला बनाया. माता-पिता, भाई, पत्नी सुषमा देवी एवं दोनों बच्चों ने अंतिम विदाई दी. सभी की आंखों में आंसू छलक रहे थे. वहीं गांव में शोक का माहौल था.
घर का अकेला कमाऊ सदस्य था पवन :
भाई नागेश्वर राणा ने बताया कि पवन कुमार राणा फर्नीचर का काम करता था. वह घर का अकेला कमाऊ सदस्य था. उन्हीं की कमाई से घर का सारा खर्च चलता था.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है