
हजारीबाग. जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह उपायुक्त शशि प्रकाश सिंह की अध्यक्षता में सोमवार को समाहरणालय सभाकक्ष में मतदान केंद्रों के युक्तिकरण (रेशनेलाइजेशन) और पहचान (आइडेंटिफिकेशन) की तैयारी को लेकर बैठक हुई. इसके तहत 1200 से अधिक मतदाता वाले मतदान केंद्रों का युक्तिकरण और पहचान किया जाना है. उप निर्वाचन पदाधिकारी ने बताया कि भारत निर्वाचन आयोग, नयी दिल्ली के निर्देशानुसार विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण कार्यक्रम से पूर्व ऐसे मतदान केंद्रों की पुर्नसंरचना कार्य समयबद्ध ढंग से करना अनिवार्य है. इसके लिए विस्तृत कार्ययोजना तैयार की जा रही है. बैठक में उपायुक्त ने सभी निर्वाचक निबंधन पदाधिकारियों (इआरओ) और सहायक निर्वाचक निबंधन पदाधिकारियों (एइआरओ) को आयोग के निर्देशों का पालन करने को कहा. उन्होंने कहा कि एक ही भवन में अवस्थित एकाधिक मतदान केंद्रों में मतदाताओं को बराबर संख्या में बांटा जाये. साथ ही परिवार के सभी सदस्य एक ही मतदान केंद्र में रहें. उन्होंने मतदान केंद्रों के युक्तिकरण के अंतर्गत बीएलओ और सुपरवाइजरों को प्रशिक्षित कर प्रखंड स्तर पर भवनों के सर्वे का कार्य शीघ्र शुरू कराने का निर्देश दिया. कहा कि ऐसे नये मतदान केंद्र भवन चिह्नित करें, जो मतदाताओं के लिए अधिकतम दो किमी के दायरे में हों. जर्जर भवनों की पहचान कर मरम्मत या जीर्णोद्धार की प्रक्रिया भी समय रहते पूरी करने की बात कही. उपायुक्त ने सभी एइआरओ को प्रशिक्षण के दौरान आयोग के निर्देशों की प्रति सभी बीएलओ को देने को कहा. साथ ही राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों से समय-समय पर बैठक कर उनका सुझाव लेने को भी कहा. उपायुक्त ने बताया कि अधिकतर बीएलओ के रूप में आंगनबाड़ी सेविकाओं को नियुक्त किया गया है. अतः बाल विकास परियोजना पदाधिकारियों के साथ समन्वय बनाकर बीएलओ के कार्यों की नियमित समीक्षा की जाये. उन्होंने दिव्यांग मतदाताओं के छूटे हुए नामों का पंजीकरण सुनिश्चित करने का भी निर्देश दिया. बैठक में अपर समाहर्ता संतोष सिंह, उप निर्वाचन पदाधिकारी मां देवप्रिया, सदर अनुमंडल पदाधिकारी, बरही अनुमंडल पदाधिकारी, भू-अर्जन पदाधिकारी, सभी इआरओ, एइआरओ और अन्य संबंधित कर्मी उपस्थित थे.
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