
हजारीबाग. अंतरराष्ट्रीय सूक्ष्म लघु एवं मध्यम उद्यमी दिवस पर भारतीय रिजर्व बैंक रांची कार्यालय की ओर से शुक्रवार को विशेष नगर समागम टाउन हॉल में हुआ. अध्यक्षता भारतीय रिजर्व बैंक के क्षेत्रीय निदेशक प्रेम रंजन प्रसाद सिंह ने की. उन्होंने देश के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी), निर्यात और रोजगार में एमएसएमइ क्षेत्र के योगदान पर प्रकाश डाला. कहा कि हमारे देश में एमएसएमइ क्षेत्र एक सशक्त और सुदृढ़ राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था निर्माण के साथ-साथ रोजगार सृजन व लोगों के सशक्तीकरण में महत्वपूर्ण योगदान करता है. उन्होंने बैंकों एवं अन्य हित धारकों को बताया कि एमएसएमइ क्षेत्र पर भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा जारी नये दिशा-निर्देश के तहत सूक्ष्म एवं लघु इकाइयों (एमएसइ) को 25 लाख रुपये तक के ऋण के लिए बैंकों की समयसीमा 14 कार्य दिवस कर दी गयी है. उन्होंने सभी बैंकों से उक्त दिशा-निर्देश का पालन करने एवं निर्धारित समय के अंदर ऋण लेने का आह्वान किया. निदेशक ने उद्यम पंजीकरण, सीजीटीएमएसइ कवरेज, ट्रेड्स, पटल आदि के महत्व एवं लाभों पर प्रकाश डाला. उप महाप्रबंधक भारतीय रिजर्व बैंक ने महिलाओं को एमएसएमइ क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया. मौके पर उप महाप्रबंधक, राज्य स्तरीय बैंकर्स समिति, भारतीय स्टेट बैंक के क्षेत्रीय प्रबंधक, बैंक ऑफ इंडिया के आंचलिक प्रबंधक एवं झारखंड राज्य ग्रामीण बैंक के क्षेत्रीय प्रबंधकाें ने विचार रखे. कार्यक्रम में बैंकों, जिले एवं राज्य के अन्य कई उद्यमियों ने अपने उत्पाद के प्रदर्शन के लिए स्टॉल लगाये.
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