
इचाक. महिला मुक्ति संस्था द्वारा वन स्टॉप सेंटर की सेवाओं और जेंडर आधारित हिंसा की रोकथाम में मीडिया की भूमिका विषय पर शनिवार को पंचायत भवन गोबरबंदा इचाक में ओरिएंटेशन कार्यक्रम किया गया. कार्यक्रम वन स्टॉप क्राइसिस सेंटर की कार्यप्रणाली और उसके महत्व पर केंद्रित था. जो झारखंड के 10 जिलों में आयोजित किये जा रहे हैं. बीडीओ संतोष कुमार ने कहा कि लैंगिक एवं यौन हिंसा को रोकने के लिए किशोरी एवं युवतियों को आगे आना होगा. किशोरियां समूह बनायें और अन्याय के विरुद्ध आवाज उठायें. सीडीपीओ नीलू रानी ने कहा कि किशोरावस्था में प्रजनन स्वास्थ्य की जानकारी होने से बाल विवाह पर रोक लगेगी. शारीरिक और मानसिक रूप से सशक्त होने के बाद ही शादी का निर्णय लेना चाहिए. मुखिया संघ के अध्यक्ष रंजीत कुमार मेहता ने कहा कि किशोरियों, महिलाओं को सशक्त करने में संस्था बेहतर कार्य कर रही है. उप प्रमुख सत्येंद्र कुमार ने कहा कि यौन हिंसा के विरोध में लड़कियां आवाज उठायें. रवि कुमार ने संस्था के कार्यों को बताया. अंजना देवगम ने कहा कि मीडिया प्रतिनिधियों और पंचायत प्रतिनिधियों को वन स्टॉप सेंटर की सेवाओं व भूमिकाओं से अवगत होना जरूरी है. उप मुखिया सजमा खातून, वार्ड सदस्य निकहत परवीन, पूनम देवी, अर्जुन प्रसाद ने भी संबोधित किया. आयोजन में ज्योत्सना वर्मा, अनीता, पूनम, रिंकी कुमारी, विनीता, काजल, सुषमा, प्रियंका कुमारी, पार्वती एवं पूनम देव ने अहम भूमिका निभायी. संचालन लीला कुमारी व धन्यवाद ज्ञापन शांता सांगा ने किया.
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