इधर, दीपिका कुमारी अब तोक्यो ओलिंपिक में महिला वर्ग में भारत की इकलौती खिलाड़ी होंगी. वह लगातार तीसरे ओलिंपिक में देश का प्रतिनिधित्व करेंगी. भारत ने 2019 में नीदरलैंड के डेन बॉश में विश्व चैंपियनशिप से ओलिंपिक के लिए पुरुष टीम कोटा पहले ही हासिल कर लिया है.
अनुभवी भारतीय महिला टीम को ओलिंपिक में जगह बनाने के लिए 28 टीमों में से शीर्ष तीन में रहना था, लेकिन वह निराशाजनक प्रदर्शन करते हुए इससे बाहर हो गयी. विश्व रैंकिंग की तीसरे नंबर की खिलाड़ी दीपिका, अंकिता भगत और 19 वर्षीय कोमलिका बारी की तिकड़ी ने दो महीने पहले ग्वाटेमाला सिटी में विश्व कप चरण एक में स्वर्ण पदक जीता था. टीम हालांकि यहां कोई भी सेट जीतने में नाकाम रही और कोलंबियाई खिलाड़ियों ने उन्हें 6-0 से करारी शिकस्त दी.
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एना मारिया रेंडन, वैलेंटिया एकोस्टा गिराल्डो और मायरा सेपुलवेडा की कोलंबियाई तिकड़ी ने परफेक्ट 10 (बिल्कुल सटीक निशाना) के दो निशाने लगाये और 55-54 से सेट अपने नाम कर लिया. दबाव में, भारतीय महिला टीम ने दूसरे सेट में कुल 49 अंक ही बने सकी. टीम ने इस सेट को भी दो अंकों से गंवा दिया.
भारतीय टीम ने इससे पहले शानदार शुरुआत की थी जिसमें दीपिका ने 674 का शीर्ष व्यक्तिगत स्कोर किया था. इससे टीम ने क्वालीफिकेशन में दूसरे स्थान पर रहते हुए दूसरे दौर में सीधे प्रवेश किया था.
Posted By : Samir Ranjan.