jamshedpur : एआइ की मदद से मिथिला के विकास को देंगे गति
अंतरराष्ट्रीय मैथिली परिषद की ओर से आयोजित 36वें अंतरराष्ट्रीय मैथिली सम्मेलन में वक्ताओं ने रखे विचार
By AKHILESH KUMAR | April 15, 2025 1:13 AM
जमशेदपुर. अंतरराष्ट्रीय मैथिली परिषद की ओर से आयोजित 36वें अंतरराष्ट्रीय मैथिली सम्मेलन के दूसरे और अंतिम दिन सोमवार कई सत्र में कार्यक्रम हुए. उद्योग तथा मिथिला के विकास में एआइ (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) के योगदान विषय पर ऑफलाइन और ऑनलाइन संगोष्ठी हुई. मिथिला चेंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष अरविंद झा, उद्यमी लिलि झा, जर्मनी से निशा कात्यायन, कुमार हर्ष, पूनम झा आदि ने सम्मेलन को संबोधित किया. वक्ताओं ने मिथिलांचल में कारोबार की स्थिति, उद्योग की संभावनाएं, और वर्तमान में व्यावहारिक स्वरूप विषय पर अपना मंतव्य रखा. कहा कि मिथिला में उद्योग की अपार संभावनाएं हैं. आधुनिक तकनीक से इसमें गति लायी जा सकती है. इस सत्र का संयोजन राजीव कुमार झा ने किया.
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मैथिली को मिले उचित स्थान
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि सांसद विद्युत वरण महतो ने शिरकत की. उन्होंने कहा कि मिथिला की संस्कृति अति प्राचीन है. मैथिली को उसका उचित अधिकार मिलना चाहिए और इसके लिए जब भी जरूरत होगी और जहां भी जरूरत होगी आवाज उठाऊंगा. लक्ष्मण झा सागर की अध्यक्षता में कवि सम्मेलन हुआ, जिसमें 46 कवियों ने काव्य प्रस्तुति दी. काव्य गोष्ठी का संचालन विनोद हसौद ने किया. नेपाल के कवि प्रवीण नारायण चौधरी, निर्मली झोली पासवान, नंद विलास राय, जयनगर से नारायण यादव, दरभंगा से राजीव झा, शिवकुमार टिल्लू, श्यामल सुमन, नूतन झा, विभा झा, गायत्री झा, पिंकी झा, रंजन खान, कोलकाता से शैलजा व अन्य ने कविता व गीत की प्रस्तुति दी.
मिला सम्मान
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