जमशेदपुर अधिसूचित क्षेत्र समिति में शुरू हुआ चापाकल मरम्मत विवाद, शिड्यूल रेट छोड़ निकाला मेंटेनेंस टेंडर

टेंडर को लेकर जमशेदपुर अधिसूचित क्षेत्र समिति हमेशा से चर्चा में रही है. इस बार नया विवाद चापाकल मरम्मत के टेंडर को लेकर उठ खड़ा हुआ है. यह विवाद अक्षेस प्रशासन ने शिड्यूल रेट का मानक तय होने के बावजूद इच्छा की अभिव्यक्ति का टेंडर जारी कर दिया है.

By Rahul Kumar | November 12, 2022 9:41 AM
feature

Jamshedpur News: टेंडर को लेकर जमशेदपुर अधिसूचित क्षेत्र समिति हमेशा से चर्चा में रही है. इस बार नया विवाद चापाकल मरम्मत के टेंडर को लेकर उठ खड़ा हुआ है. यह विवाद अक्षेस प्रशासन ने शिड्यूल रेट का मानक तय होने के बावजूद इच्छा की अभिव्यक्ति का टेंडर जारी कर दिया है. अब से पहले यहां शिड्यूल रेट से ही टेंडर होता रहा है. पेयजल एवं स्वच्छता विभाग से निर्धारित दर ही चापाकल मरम्मत के लिए जेएनएसी में भी प्रभावी है. मामला प्रकाश में आने के बाद अब टेंडर प्रक्रिया को रद्द करने की तैयारी चल रही है. ऐसा माना जा रहा है कि अब इसके लिए रि-टेंडर किया जायेगा.

क्या है इच्छा की अभिव्यक्ति का टेंडर

सरकार ने हर कार्य को कराने के लिए एक शिड्यूल रेट निर्धारित कर रखा है. जिस कार्य का शिड्यूल रेट नहीं तय है उसे इच्छा की अभिव्यक्ति के माध्यम से सरकारी विभाग टेंडर निकालकर कराते हैं. शिड्यूल रेट तय वाले कार्य को इच्छा की अभिव्यक्ति के माध्यम से कराने का प्रावधान नहीं है.

Also Read: सुप्रीम कोर्ट ने Telco वर्कर्स यूनियन चुनाव में नहीं दिया स्टे, कहा- लोअर कोर्ट में करें रिव्यू फाइल

हाइ मास्ट की रिपेरिंग भी विवादों में

जेएनएसी क्षेत्र में हाइ मास्ट की रिपेरिंग का टेंडर भी विवादों में है. अक्षेस ने सितंबर माह में इच्छा की अभिव्यक्ति के माध्यम से काम कराने के लिए टेंडर निकाला था. वहीं संवेदकों का कहना है कि सरकार ने शिड्यूल रेट व मानक तय कर रखा है लेकिन चुनिंदा ठेकेदारों को लाभ पहुंचाने के लिए टेंडर शर्त में में ऊर्जा विभाग का रजिस्ट्रेशन जोड़ दिया गया है. इससे संवेदक टेंडर से वंचित रह गये.

टेंडर निकाला गया है, फाइनल नहीं हुआ

चापाकल मेंटेनेंस के टेंडर में अनियमितता की शिकायतों पर विशेष पदाधिकारी संजय कुमार ने कहा कि हमेशा की तरह ही इस बार भी टेंडर जारी किया गया है. चापाकलों की मरम्मत का टेंडर अभी फाइनल नहीं हुआ है. फिर से टेंडर किया जायेगा.

Also Read: झारखंड विधानसभा में पास हुआ बिल: 1932 और उसके पहले के खतियानी को ही राज्य में थर्ड व फोर्थ ग्रेड की नौकरी

यह जानें

जमशेदपुर पूर्वी में कुल चापाकल : 683

जमशेदपुर पश्चिम में कुल चापाकल : 153

संबंधित खबर और खबरें
होम E-Paper News Snaps News reels
Exit mobile version