रेलवे में नौकरी के नाम पर लाखों की ठगी का चौथा आरोपी बोकारो से अरेस्ट, ऐसे देते थे झांसा
रेलवे में नौकरी के नाम पर ठगी मामले में चौथा आरोपी बोकारो से गिरफ्तार कर लिया गया है. कई लोगों से लाखों रुपए की ठगी का आरोप है. गिरफ्तार युवकों के पास से कुछ कागजात बरामद किए गए हैं और मोबाइल जब्त किया गया है.
By Guru Swarup Mishra | February 26, 2025 5:25 AM
जमशेदपुर-रेलवे में नौकरी के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह के चौथे साथी को बिष्टुपुर थाना की पुलिस ने बोकारो से गिरफ्तार कर लिया है. जानकारी के अनुसार धराया व्यक्ति आसनसोल में एक अस्पताल में कर्मचारी है. उसकी पत्नी भी अस्पताल में नर्स है. इस मामले में गिरफ्तार मनीष कुमार उक्त व्यक्ति के जरिये ही आसनसोल स्थित अस्पताल में युवक का फर्जी मेडिकल जांच कराता था और कागजात भी उपलब्ध कराता था. पुलिस इस मामले में गिरोह के अन्य सदस्यों का पता लगाने में जुटी है. पुलिस ने इस मामले में पूर्व में मुख्य आरोपी बोकारो चास निवासी मनीष कुमार के अलावा बोकारो के कसमार थाना क्षेत्र के राजदीप कुमार और मंतोष कुमार को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार युवकों ने कई लोगों से रेलवे में नौकरी दिलाने के नाम पर लाखों रुपये की ठगी की है, लेकिन किसी को नौकरी नहीं दिलायी. गिरफ्तार युवकों के पास से पुलिस ने कुछ कागजात बरामद किए हैं. इसके अलावा चारों का मोबाइल भी जब्त कर लिया है. जब्त किये गये मोबाइल से पुलिस को रुपये लेनदेन और कागजात की जानकारी मिली है.
रेलकर्मी राघव मछुवा ने मनीष कुमार के खिलाफ दर्ज कराया था केस
जानकारी के अनुसार आदित्यपुर रेलवे कॉलोनी निवासी सह रेलकर्मी राघव मछुवा उर्फ महेश मछुवा ने बिष्टुपुर थाना में गोविंदपुर निवासी मनीष कुमार के खिलाफ गत 29 जून 2024 को रेलवे में नौकरी दिलाने के नाम पर धोखाधड़ी करने का केस दर्ज कराया था. दर्ज प्राथमिकी में राघव मछुवा ने बताया था कि जून 2023 में रेलकर्मी व उनके साथी लोको कॉलोनी निवासी कमल किशोर पासवान ने उन्हें भरोसा दिलाया था कि बेटे को रेलवे में नौकरी के लिये पांच लाख रुपये लगेगा. वे ऐसे व्यक्ति को जानते हैं, जिसके बाद कमल किशोर पासवान ने मनीष कुमार से बिष्टुपुर गोपाल मैदान के पास मिलवाया. जिसके बाद राघव मछुवा ने चार लाख रुपये दिये. इसके अलावा तकबुल अंसारी से 10 लाख रुपये और निजाम अंसारी से सात लाख रुपये नौकरी दिलाने के नाम पर लिया गया था.
नौकरी के नाम पर दिया झांसा
आरोपियों द्वारा राघव मछुवा के बेटे को जून 2023 में परीक्षा का रोल नंबर और पोस्टिंग का पेपर भी दिया. जिसके बाद राघव मछुवा का बेटा आसनसोल में सब्जी मार्केट स्थित गुप्ता लॉज में किराये पर रहने लगा. करीब एक माह तक वह लॉज में रहा, लेकिन आरोपी ने मोबाइल बंद कर लिया. बाद में मैनेज करने के नाम पर रुपये की मांग की. नौकरी के नाम पर झांसा दिए जाने का अहसास होने पर उन्होंने रुपये वापसी की मांग की, लेकिन रुपये वापस करने में मनीष कुमार आनाकानी कर रहा था.