Jharkhand News: XLRI के स्टूडेंट्स को नये साल का तोहफा, इन छात्रों को हर महीने 50 हजार की मिलेगी फेलाेशिप

XLRI में फेलो प्रोग्राम इन मैनेजमेंट के विद्यार्थियों को नये साल का तोहफा मिलेगा. डॉक्टरोल की पढ़ाई करने वाले विद्यार्थियों को पढ़ाई के साथ 50 हजार रुपये मिलेंगे. आईआईएम-आईआईटी से भी अधिक स्कॉलरशिप मिलेगी. इन छात्रों को फेलोशिप के अलावा अन्य वित्तीय सहायता भी मिलेगी.

By Samir Ranjan | January 5, 2023 11:26 AM
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Jharkhand News: जेवियर स्कूल ऑफ मैनेजमेंट (Xavier School of Management- XLRI) ने फेलो प्रोग्राम इन मैनेजमेंट (Fellow Program in Management- FPM) के विद्यार्थियों को नये साल का तोहफा दिया है. एक्सएलआरआइ से फुल टाइम रेजिडेंशियल डॉक्टोरल प्रोग्राम (Residential Doctoral Program-RDP) करने वाले विद्यार्थियों को अब पढ़ाई करने के साथ ही प्रतिमाह 50,000 रुपये की राशि फेलोशिप (Fellowship) के रूप में दी जायेगी. संस्थान ने एफपीएम में फुल टाइम डॉक्टोरल रेसिडेंशियल का कोर्स करने वाले विद्यार्थियों के फेलोशिप की राशि दोगुना कर दी है. पूर्व में पहले साल विद्यार्थियों को जहां प्रतिमाह 20,000 रुपये दिये जाते थे, वहीं उसे बढ़ा कर प्रतिमाह 45,000 रुपये कर दिया गया है. वहीं, दूसरे साल में सभी छात्रों को प्रतिमाह 25,000 रुपये दिये जाते थे, जिसे बढ़ा कर 50,000 रुपये कर दिया गया है.

फेलोशिप के अलावा भी मिलेंगी अन्य वित्तीय सहायता

एक्सएलआरआई प्रबंधन ने बताया कि एक एफपीएम स्कॉलर को फेलोशिप के अलावा भी आकस्मिक अनुदान मिलेगा. उन्हें चार साल के लिए प्रति वर्ष 30,000 का कंटीजेंसी ग्रांट भी मिलेगा. इसके अलावा चार साल तक सफलता पूर्वक सीक्यूई के समापन के बाद और एफपीएम चेयर की पूर्व स्वीकृति के साथ विभिन्न कॉन्फ्रेंसों में हिस्सा लेने के लिए 2.5 लाख रुपये तक की वित्तीय सहायता भी की जायेगी. तीसरे और चौथे साल के कोर्स के दौरान विद्यार्थी डेटा संग्रह के लिए प्रति वर्ष 50,000 रुपये की राशि का लाभ उठा सकते हैं.

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अनुसंधान अध्ययन पर अधिक ध्यान देंगे एफपीएम स्कॉलर डॉक्टरेट

एक्सएलआरआई जमशेदपुर की ओर से आधिकारिक बयान के जरिये बताया गया कि यह वृद्धि एफपीएम स्कॉलर को अपने डॉक्टरेट अनुसंधान अध्ययन पर अधिक ध्यान केंद्रित करने, अपनी वित्तीय आवश्यकताओं के बारे में कम चिंता करने और प्रबंधन अनुसंधान आउटपुट की बेहतर गुणवत्ता प्रदान करने के लिए सशक्त बनाएगी. एक्सएलआरआई की बढ़ी हुई वित्तीय सहायता अब आइआइएम और आइआइटी द्वारा अपने पूर्णकालिक डॉक्टरेट छात्रों को प्रदान की जाने वाली वित्तीय सहायता से अधिक है.

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