ओडिशा के सबसे सक्रिय राज्यपाल रहे रघुवर दास, राजभवन में लोगों की पहुंच थी आसान
Raghubar Das News: रघुवर दास बहुत कम समय तक ओडिशा के राज्यपाल रहे. इस दौरान उन्होंने जो काम किये, उसने उनको रातोंरात लोकप्रिय बना दिया. रघुवर दास ने राजभवन को भी आम लोगों के लिए सर्वसुलभ बना दिया था.
By Mithilesh Jha | December 26, 2024 6:00 AM
Raghubar Das News: राज्यपाल के रूप में रघुवर दास का कार्यकाल लगभग 14 माह का रहा. अपने छोटे से कार्यकाल में उन्होंने ओडिशा के इतिहास के सबसे सक्रिय राज्यपाल की उपलब्धि अपने नाम दर्ज कर ली. कार्यभार संभालने के शुरुआती चरण में ही रघुवर दास ने ओडिशा के सभी 30 जिलों का न सिर्फ दौरा किया, बल्कि लोगों के सुख-दुख के सहभागी भी बने. सीधे आम लोगों तक राजभवन की पहुंच बना दी. जिलों के दौरे के दौरान चाहे काफिले को रोककर राह चलते लोगों की समस्या सुननी हो या फिर सुदूर ग्रामीण क्षेत्र में चौपाल लगाकर आम लोगों की समस्या का ऑन द स्पॉट समाधान करना हो, 24 घंटे राजभवन के दरवाजे लोगों के लिए खुले रखे.
रघुवर ने कहा था- महाप्रभु जगन्नाथ ने ओडिशा की सेवा के लिए भेजा
अपने कार्यकाल के दौरान रघुवर दास हमेशा एक ही बात कहते थे कि वह राजभवन की चहारदीवारी में कैद होने के लिए नहीं आये हैं. महाप्रभु जगन्नाथ जी ने हमें ओडिशा के लोगों की सेवा के लिए यहां भेजा है और मुझे लोगों की सेवा का जो भी अवसर मिलता है, उसे मैं करने से पीछे नहीं हटता.
राह चलते पीड़ित को रोककर राजभवन आने को कहा था और उसे चेक के माध्यम से आर्थिक सहायता प्रदान कर रातोंरात ओडिशा में लोकप्रिय हो गये थे. ऐसे में जब रघुवर दास के इस्तीफे की खबर आयी, तो वहां के आम लोग भी सन्न रह गये. रघुवर दास ने अपने छोटे से कार्यकाल में आम लोगों की जिस प्रकार से सेवा की, उसे लोग सदैव याद रखेंगे, क्योंकि उन्होंने अपनी कथनी एवं करनी में कभी फर्क नहीं आने दिया.