ब्रेन स्ट्रोक के बाद कैसी है शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन की तबीयत? अस्पताल पहुंचकर हेमंत सोरेन ने लिया हेल्थ अपडेट
Ramdas Soren: झारखंड के शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन की स्थिति गंभीर है. एयरलिफ्ट कर उन्हें दिल्ली ले जाया गया और अपोलो में भर्ती कराया गया है. दिल्ली के अपोलो अस्पताल में न्यूरो डिपार्टमेंट के हेड डॉ सुधीर त्यागी की अगुवाई में डॉक्टरों की टीम इलाज कर रही है. सीएम हेमंत सोरेन की स्थिति पर नजर है, वहीं स्वास्थ्य मंत्री डॉ इरफान अंसारी भी दिल्ली में हैं. मुख्यमंत्री ने अस्पताल पहुंचकर डॉक्टरों से उनके स्वास्थ्य की जानकारी ली.
By Guru Swarup Mishra | August 2, 2025 9:05 PM
Ramdas Soren: जमशेदपुर-झारखंड के शिक्षा मंत्री सह घाटशिला विधायक रामदास सोरेन की ब्रेन स्ट्रोक के बाद स्थिति गंभीर बनी हुई है. वे रोजाना की तरह शनिवार सुबह 4:30 बजे उठकर बाथरूम गये थे. करीब 15 मिनट तक बाहर नहीं आये, तो पत्नी ने दरवाजे पर दस्तक दी. इसके बाद अंदर झांककर देखा कि वे बाथरूम के कोने में बैठे दिखे. पूछने पर कहा कि कुछ ठीक नहीं लग रहा है. इस पर पत्नी ने बेटे को आवाज दी. फिर उन्हें बाथरूम से निकाल कर बाहर कुर्सी पर बैठाया गया. वे फिर बोले कि अच्छा नहीं लगा रहा है. इस पर पत्नी और बेटे ने कहा कि अस्पताल चलते हैं, लेकिन रामदास सोरेन ने मना कर दिया. तबीयत बिगड़ने पर सुबह करीब 5:30 बजे उन्हें इलाज के लिए खड़ंगाझाड़ स्थित टाटा मोटर्स अस्पताल ले जाया गया. इसी दौरान अस्पताल पहुंचने के क्रम में ही उन्होंने उल्टी की. इसके बाद उनकी स्थिति और गंभीर होने लगी. इमरजेंसी में भर्ती करने के बाद लगातार ब्लड प्रेशर गिरने लगा. उन्हें तुरंत आइसीयू में शिफ्ट किया गया. डॉक्टरों ने परिवार के सदस्यों को बेहतर इलाज के लिए हायर सेंटर ले जाने की सलाह दी. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को तुरंत मामले की जानकारी दी गयी. मुख्यमंत्री ने एयर एबुलेंस की व्यवस्था कर उन्हें दिल्ली लाने का जिम्मा स्वास्थ्य मंत्री डॉ इरफान अंसारी को सौंपा. मुख्यमंत्री ने आज दिल्ली के अपोलो अस्पताल पहुंचे और डॉक्टरों से रामदास सोरेन के स्वास्थ्य की जानकारी ली. उन्होंने कहा कि रामदास सोरेन झारखंड आंदोलन के अग्रणी योद्धा रहे हैं. संघर्ष कर उन्होंने हमेशा हर चुनौती को मात दी है. इस बार फिर वह विजयी होंगे. मरांग बुरु उन्हें शक्ति और साहस दें.
डॉक्टरों की टीम को तैयार रखने का निर्देश
टाटा मोटर्स अस्पताल के डॉक्टरों और प्रबंधन को भी सीएमओ से निर्देश दिया गया कि डॉक्टरों की टीम को तैयार रखें. उन्हें इलाज के लिए सोनारी हवाई अड्डा पहुंचाना है. इसके बाद उन्हें एंबुलेंस से सोनारी एयरपोर्ट ले जाया गया, जहां से विशेष विमान से रांची एयरपोर्ट ले जाया गया. वहां से एयर एंबुलेंस से दिल्ली भेजा गया. मौसम खराब होने के कारण तय समय से कुछ देरी से एयर एंबुलेंस रामदास सोरेन को लेकर दिल्ली एयरपोर्ट पहुंची. जहां से उन्हें अपोलो अस्पताल ले जाकर भर्ती कराया गया. दोपहर बाद उनके दोनों पुत्र रोबिन सोरेन और रूपेश सोरेन और बेटी-दामाद भी अपोलो अस्पताल पहुंचे. वहां न्यूरो डिपार्टमेंट के हेड डॉ सुधीर त्यागी की अगुवाई में डॉक्टरों की टीम लगातार मंत्री रामदास सोरेन के स्वास्थ्य पर नजर रखे हुए है. उनके साथ दिल्ली गये झामुमो के प्रवक्ता कुणाल षाड़ंगी ने शाम 7 बजे फोन पर बातचीत में बताया कि अब भी स्थिति गंभीर बनी हुई है. सिर के हिस्से को छोड़कर मंत्री के पूरे शरीर में मूवमेंट है. डॉक्टर लगातार उनके स्वास्थ्य की निगरानी कर रहे हैं.
अर्जुन मुंडा ने अपोलो अस्पताल के प्रमुख से की बात
पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा ने दिल्ली स्थित अपोलो अस्पताल के प्रमुख से बात कर उन्हें मंत्री रामदास सोरेन की सभी मेडिकल रिपोर्ट भेजकर बेहतर इलाज के लिए टीम तैयार करने का सुझाव दिया. अर्जुन मुंडा सोनारी एयरपोर्ट पर भी मौजूद रहे.
टाटा मोटर्स अस्पताल पहुंचे विधायक और समर्थक
सुबह में जैसे ही लोगों को पता चला कि रामदास सोरेन गिरने से घायल हो गये हैं और टाटा मोटर्स अस्पताल ले जाया गया है. इसके बाद अस्पताल के बाहर समर्थकों की भीड़ जमा हो गयी. पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा, विधायक संजीव सरदार, विधायक मंगल कालिंदी, विधायक सविता महतो, पूर्व विधायक कुणाल षाड़ंगी समेत अन्य लोग टाटा मोटर्स अस्पताल पहुंचे. अस्पताल के बाहर गाड़ियों की लंबी कतार लग गयी, इस कारण कुछ देर के लिए जाम की स्थिति भी बन गयी.
सोनारी एयरपोर्ट से एयरलिफ्ट कर मंत्री रामदास सोरेन को दिल्ली ले जाया गया. दूसरी ओर, सुबह 10 बजे से दिनभर अफवाहों का बाजार काफी गर्म रहा. कई सोशल मीडिया ग्रुप ने मंत्री रामदास सोरेन के निधन की खबर तक चला दी. कई ने तो अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर श्रद्धांजलि देने का पोस्ट तक डाल दिया.
कुणाल षाड़ंगी और इरफान अंसारी ने अफवाहों से बचने की सलाह दी
सोशल मीडिया पर बढ़ते अफवाह को देखते हुए पूर्व विधायक सह झामुमो के केंद्रीय प्रवक्ता कुणाल षाडंगी को आगे आना पड़ा. उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा कि वे खुद शिक्षा मंत्री के साथ हैं और अपोलो अस्पताल पहुंचे हैं. मंत्री रामदास सोरेन की स्थिति गंभीर जरूर है, लेकिन स्थिर है. उन्होंने लोगों से आग्रह किया कि बिना अधिकारिक जानकारी के कुछ भी साझा न करें. वहीं, स्वास्थ्य मंत्री इरफान अंसारी ने भी सोशल मीडिया पोस्ट के माध्यम से लोगों से अनुरोध किया कि मंत्री रामदास सोरेन के स्वास्थ्य को लेकर किसी भी प्रकार की अपुष्ट या भ्रामक जानकारी साझा न करें.
साकची स्थित मंत्री के कार्यालय को दिनभर खुला रखा
साकची स्थित मंत्री रामदास सोरेन के कार्यालय को आम दिनों की तरह सुबह 10:30 बजे के बाद खोल दिया गया था. उनके सचिव बीर सिंह सुरीन कार्यालय में दिनभर बैठे रहे. मंत्री रामदास सोरेन को एयरलिफ्ट करने के बाद से समर्थक, शुभचिंतकों व वरिष्ठ झामुमो नेताओं के लगातार एक के बाद एक फोन आ रहे थे. लगभग दो-ढाई घंटे तक वे लोगों को यह समझाते रहे कि अफवाह पर ध्यान नहीं दें. मंत्री रामदास सोरेन को बेहतर इलाज के लिए दिल्ली के अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज चल रहा है.
टाइमलाइन
सुबह 4:30 बजे- घोड़ाबांधा स्थित आवास के बाथरूम में बेसुध हो गये. सुबह 5.30 बजे : टाटा मोटर्स अस्पताल ले जाया गया. सुबह 8:30 बजे : रामदास सोरेन को लेकर टाटा मोटर्स अस्पताल से एंबुलेंस निकली सुबह 9:10 बजे : एंबुलेंस सोनारी एयरपोर्ट पहुंची. यहां से विशेष विमान से रांची ले जाया गया, जहां एयर एंबुलेंस से दिल्ली ले जाया गया.