Year Ender 2022: रांची- टाटा फोरलेन पर फर्राटे से दौड़ने लगे वाहन, धालभूमगढ़ एयरपोर्ट में अभी देरी

साल 2022 पूर्वी सिंहभूम के लिए बेहद खास रहा. नौ साल बाद रांची-टाटा नेशनल हाइवे 33 पर वाहन फर्राटे से दौड़ने लगे. जुगसलाई रेलवे ओवरब्रिज भी यातायात के लिए तैयार हुआ. वहीं, धालभूमगढ़ एयरपोर्ट में देरी है, पर संपर्क मार्ग के लिए भूमि अधिग्रहण शुरू हो गया.

By Samir Ranjan | December 30, 2022 7:30 PM
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Year Ender 2022: पूर्वी सिंहभूम जिला के लिए 2022 बेहद खास रहा. सरकार और प्रशासन का पूरा जोर आधारभूत संरचनाओं के विकास पर रहा. वर्षों से लंबित कई महत्वाकांक्षी योजनाएं पूरी हुई. कई नयी योजनाओं का रोड मैप तैयार किया गया. सबसे ज्यादा जोर कनेक्टिविटी पर रहा. आवागमन को बेहतर बनाने के लिए सबसे ज्यादा काम हुआ. इस साल सबसे बड़ी उपलब्धि रही टाटा-रांची एनएच 33 का पूरा होना रहा. वहीं, नये साल में फ्लाइओवर की दो बड़ी परियोजनाएं धरताल पर उतर सकती है. इसके अलावा धालभूमगढ़ एयरपोर्ट के संपर्क मार्ग के लिए भूमि अधिग्रहण शुरू हो गयी है.

चार सेक्शन में रांची-टाटा एनएच 33 फोरलेन प्रोजेक्ट का हुआ काम

टाटा-रांची एनएच के फोरलेन सड़क निर्माण की शुरुआत वर्ष 2013 में ही हुई थी. यह परियोजना लगातार विवादों में रही. मामला हाईकोर्ट तक पहुंच गया. कोर्ट की निगरानी में काम चला. रांची-टाटा एनएच 33 फोरलेन प्रोजेक्ट को चार सेक्शन में बांटकर काम हुआ. 803.9 करोड़ खर्च कर 93.05 किलोमीटर का काम पूरा किया गया. इस सड़क के पूरा होने से रांची से टाटा के बीच यात्रा का समय चार घंटे से घटकर महज पौने दो से दो घंटे के बीच हो गया. कभी यह मार्ग सबसे अधिक दुर्घटनाओं के लिए जाना जाता था. सड़क बेहद खराब थी. दूसरी परियोजना में जुगसलाई ओवरब्रिज रही. यह भी जमशेदपुर के लिए बेहद अहम थी. आखिरकार इसके निर्माण का कार्य भी पूरा कर लिया गया. जल्द ही इसका उद्घाटन होने वाला है. इसके अलावा घाटशिला के केवला-बामडोल में 4.6 किलोमीटर सड़क का निर्माण पूरा होने से इलाके के लोगों को भारी राहत मिली है.

यह परियोजनाएं उतरेंगी धरातल पर

नये साल में फ्लाईओवर की दो बड़ी परियोजनाएं धरातल पर उतर सकती हैं. पहली परियोजना 474 करोड़ की है. इसके तहत उलीडीह थाना से साकची और बड़ा हनुमान मंदिर से भुइयाडीह के बीच फ्लाईओवर का निर्माण होना है. इसका शिलान्यास हो चुका है. इसके निर्माण से मानगो को जाम से निजात मिलेगी. दूसरी परियोजना एनएच पर आसनबनी से देवघर के बीच डबल डेकर फ्लाईओवर का निर्माण शामिल है. 10.6 किलोमीटर लंबी इस परियोजना का डीपीआर बन गया है. इसे एनएचएआई के पास भेज दिया गया है. इसके निर्माण पर करीब 1840 करोड़ रुपये की लागत आएगी. इसके निर्माण से वाहनों का बोझ कम होगा. घाटशिला से रांची की ओर आने-जाने वाले वाहन ऊपर ही ऊपर निकल जाएंगे. नए साल में इसके शुरू होने की संभावना है.

धालभूमगढ़ एयरपोर्ट के संपर्क मार्ग के लिए भूमि अधिग्रहण शुरू

धालभूमगढ़ में एयरपोर्ट निर्माण की प्रक्रिया आगे बढ़ रही है. संपर्क मार्ग के लिए भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया की गयी है. वर्ष 2019 में योजना का शिलान्यास किया गया है. इसके लिए 100 करोड़ रुपये का फंड भी जारी है. मामला जमीन व पर्यावरणीय स्वीकृति में फंसा हुआ है.

सात सड़कों की जमीन अधिग्रहण प्रक्रिया जारी

जिले में पथ निर्माण विभाग की सात से अधिक सड़कें भू-अर्जन के चक्कर में फंसी हैं. इनमें केवला-चौड़ंगी पथ, पिताजुड़ी से गुड़ाबांदा, कोवाली-डुमरिया, बेगनाडीह से पोटका, भादूडीह-बोड़ाम,पथरा-बासदा, गुड़ा-जियान शामिल हैं. भू-अर्जन की लंबी प्रक्रिया चल रही है. कुछ सड़कों का पैसा भी नहीं आया है. अधिकांश में भुगतान की कार्यवाही चल रही है. नियमानुसार 80 प्रतिशत से अधिक भुगतान होने के बाद संबंधित सड़क में काम शुरू किया जा सकता है.

500 बेड के अस्पताल के लिए चार अरब

एमजीएम मेडिकल कॉलेज के 500 बेड वाले अस्पताल के निर्माण का कार्य नये साल में पूरा होने की उम्मीद है. पूर्व में योजना पर 3 अरब 96 करोड़ 69 लाख 98 हजार नौ सौ रुपये खर्च की स्वीकृति दी गयी थी. पिछले एक वर्ष में अनुसूचित दर में परिवर्तन के कारण 37 करोड़ 76 लाख पांच हजार आठ सौ रुपये की वृद्धि हुई है. अब 4 अरब 34 करोड़ 46 लाख चार हजार सात सौ रुपये खर्च होंगे.

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