जामताड़ा महाविद्यालय में नशा मुक्ति जागरुकता कार्यक्रम संवाददाता, जामताड़ा.जामताड़ा महाविद्यालय की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई-2 ने नशा मुक्ति अभियान के तहत एक जागरूकता कार्यक्रम और शपथ समारोह का आयोजन किया. कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए प्राचार्य प्रोफेसर कौशल ने नशाखोरी को एक गंभीर सामाजिक बुराई बताया, जो व्यक्ति, परिवार और समाज के साथ-साथ आने वाली पीढ़ी को भी प्रभावित करती है. प्राचार्य ने शराब, गांजा, अफीम, तंबाकू और ब्राउन शुगर जैसे नशीले पदार्थों के सेवन से होने वाले शारीरिक, मानसिक और आर्थिक नुकसान पर प्रकाश डाला. उन्होंने विशेष रूप से बच्चों पर नशे के कारण होने वाले घरेलू विवादों के मानसिक प्रभाव पर चिंता व्यक्त की, जिससे बच्चे आत्मविश्वास की कमी और डर का अनुभव करते हैं। उन्होंने कहा कि परिवार की महिला सदस्यों की भूमिका नशा मुक्ति में अत्यंत महत्वपूर्ण है. कार्यक्रम पदाधिकारी डॉ. प्रीति कुमारी ने सभी छात्रों, बालकों और बालिकाओं को नशा मुक्ति की शपथ दिलाई. उन्होंने युवाओं से आग्रह किया कि वे न केवल स्वयं नशे से दूर रहें, बल्कि अपने परिवार और समाज के लोगों को भी प्रेमपूर्वक समझाकर नशा छोड़ने के लिए प्रेरित करें. मौके पर डॉ. रिजवान सहित अन्य थे.
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