प्रतिनिधि, जामताड़ा. समाहरणालय स्थित एसजीएसवाई प्रशिक्षण भवन सभागार में बाल विवाह रोकथाम को लेकर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया. शुभारंभ डीसी रवि आनंद, एसपी राज कुमार मेहता, डीडीसी निरंजन कुमार ने संयुक्त रूप से किया. वहीं सभी अधिकारियों ने हस्ताक्षर अभियान और सेल्फी कार्यक्रम में भाग लिया. मौके पर डीसी ने कहा कि जामताड़ा महान पुरुष पंडित ईश्वर चंद्र विद्यासागर के नाम से जाना जाता है. अगर आप पढ़ेंगे तो जानेंगे कि महिलाओं के लिए उन्होंने बहुत सारे कार्य किए. उन्होंने बाल विवाह की समस्या को समझते हुए उसके रोकथाम के लिए कतिपय प्रयास किए. बाल विवाह एक सामाजिक अभिशाप है जिससे समाज सब पीछे हो रहा है. कहा कि बाल विवाह जैसी कुरीतियों को समाप्त करना केवल प्रशासनिक कार्य नहीं है, बल्कि सभी के परस्पर सहयोग से ही इस बुराई को जड़ से समाप्त किया जा सकता है. कहा कि इस कार्यशाला के माध्यम से यह प्रण लें कि जो बातें उन्होंने 150 साल पूर्व में कही आज भी वो बातें महत्वपूर्ण है. बाल विवाह पर रोकथाम कर एक सशक्त समाज के रूप में हमलोगों को उभर के आना है. गांव गांव तक इस संदेश को पहुंचाएं कि बाल विवाह को कैसे रोकें ताकि हमारे बच्चों का भविष्य उज्जवल हो. बाल विवाह को रोकने के लिए उठाएं कड़े कदम : एसपी वहीं एसपी राज कुमार मेहता ने कहा कि बाल विवाह को रोकना जरूरी है. इसके प्रावधानों एवं दंड के बारे में लोग जानें. उन्होंने विभिन्न कानूनी पहलुओं के बारे में जानकारी दी. कहा कि अपने क्षेत्र के सभी पंडितों, मौलवियों आदि को यह सूचना दें कि बाल विवाह करवाना गैरकानूनी है. इसके लिए शादी करवाने वाले पर भी दंड एवं सजा का प्रावधान है, अगर वे नहीं समझते हैं तो उन पर भी कार्रवाई करें वैधानिक कार्रवाई जरूरी है तभी लोगों में अवेयरनेस आयेगा. उन्होंने बाल विवाह की सूचना मिलने पर सभी थाना प्रभारी को त्वरित शादी रोकने का निर्देश दिया. वहीं डीसी ने सभी अधिकारियों एवं कर्मियों आदि को बाल विवाह के खिलाफ शपथ दिलायी. मौके पर सिविल सर्जन डॉ आनंद मोहन सोरेन, जिला पंचायत राज पदाधिकारी पंकज कुमार रवि, डीएसडब्ल्यू ओ कलानाथ, डीसीपीओ अंजू पोद्दार सहित अन्य थे.
संबंधित खबर
और खबरें