लोहरदगा. गुरुवार को पतरातू गांव में 12 पड़हा हिसरी की महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गयी, जिसकी अध्यक्षता देवान मंगेश्वर भगत ने की. बैठक में जिला राजी पड़हा लोहरदगा के वेल लक्ष्मी नारायण भगत और भंडारी गोसाईं भगत समेत विभिन्न गांवों से आये दर्जनों प्रतिनिधि उपस्थित थे. बैठक का केंद्रबिंदु समाज में बढ़ते संगठनात्मक बिखराव और आदिवासी एकता पर पड़ रहे उसके प्रभाव पर रहा. वक्ताओं ने कहा कि पहले जिला राजी पड़हा ही एकमात्र मान्यता प्राप्त संगठन था, जिससे समाज संगठित और मजबूत रहता था. लेकिन अब विभिन्न नामों से अलग-अलग संगठन बनाकर समाज को भ्रमित किया जा रहा है. बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि 1 मई 2025 को आयोजित होने वाले आकाशी सम्मेलन में सभी की सहभागिता सुनिश्चित की जायेगी. इसके साथ ही 2025 विशु सेंदरा पर भी सामूहिक विचार-विमर्श की बात कही. इस मौके पर लक्ष्मी नारायण भगत ने तीखा बयान देते हुए कहा, “हमारे समाज को बाहरी लोगों से कम, अपने ही समाज के दलालों और राजनीतिक सौदागरों से ज्यादा खतरा है. कुछ लोग समाज को बांटकर धर्मांतरण और लव जिहाद जैसे कृत्यों को बढ़ावा दे रहे हैं. आरक्षण और जमीन पर कब्जा करने की साजिश भी इन्हीं के माध्यम से की जा रही है. उन्होंने ऐसे लोगों को सामाजिक और न्यायिक दंड देने के लिए संगठित प्रयास की अपील की. उन्होंने यह भी कहा कि, आज जब हमारी अपनी सरकार है, तब भी सरहुल जैसे पर्वों पर पिठोरिया (रांची) में जो हमला हुआ, वह अत्यंत निंदनीय और दुखद है. बैठक में हिसरी, पतरातू, बोंगा, मेरले, गंगूपारा, चन्दकोपा, चोरगांई आदि गांवों से राधेश्याम, विरीया, संधू, दिनबंधू, सतीश, सुरेश, दुर्गा और जतरू सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे.
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