
कुड़ू़ माॅनसून के आगमन के साथ ही प्रखंड में रिकार्ड बारिश हुई है. मंगलवार शाम से जारी बारिश बुधवार दिनभर रुक-रुक कर होती रही. बारिश के कारण जनजीवन पूरी तरह से अस्त-व्यस्त हो गया है. बारिश के बाद दक्षिण कोयल नदी, टिको नदी, सांफी नदी, कमले नदी, चीरी नदी सहित अन्य नदियां उफान पर पहुंच गयी है. बारिश होने के कारण खेतों में पानी भर गया है़ वहीं, बारिश के कारण खेतों में लगी सब्जी के फसल को नुकसान पहुंचने की संभावना है. बताया जाता है कि मंगलवार शाम लगभग 4:00 बजे से शुरू हुई बारिश बुधवार को दिनभर जारी रही. माॅनसून के आगमन के साथ पहली बार रिकॉर्ड 175 मिलीमीटर बारिश रिकार्ड किया गया है. बारिश के कारण प्रखंड में आधा दर्जन कच्चे मकानों को नुकसान पहुंचा है. बारिश के कारण बस स्टैंड से जामुन टोली जाने वाली मुख्य पथ पर बारिश व नाली का गंदा पानी बह रहा है इससे पैदल चलने वाले राहगिरों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. इस बारिश के बाद खेतों में लगी सब्जी कद्दू, खीरा, टमाटर, बीन, विभिन्न प्रकार के साग, नेनुआ, झिंगी, बैंगन, भिंडी से लेकर अन्य फसलों को काफी नुकसान हुआ है. बारिश के बाद तापमान में गिरावट दर्ज की गयी है़ दिनभर जारी बारिश के कारण प्रखंड सह अंचल कार्यालय में सन्नाटा पसरा रहा. प्रभारी बीडीओ सह सीओ मधुश्री मिश्रा ने बताया कि बारिश के बाद सभी पंचायत सचिव को अलर्ट पर रखा गया है. सभी को पंचायत के गांवों में निगरानी करने का आदेश जारी किया गया है. किसी का आशियाना गिरता है तो सरकारी भवन में शरण देने का निर्देश दिया गया है.
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