कुड़ू़ प्रखंड के जिंगी पंचायत स्थित तान गांव की पहाड़ियों पर बसे तान शिवधाम में श्रद्धालुओं की मन्नतें कभी खाली नहीं जातीं. मान्यता है कि मन से मांगी गयी मुराद शीघ्र पूर्ण होती है और नाग देवता के दर्शन भी हो जाते हैं. जिला प्रशासन एवं पर्यटन विभाग तान शिवधाम को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने की दिशा में प्रयासरत है. मंदिर तक पहुंचने के लिए सीढ़ी, रेलिंग, शेड व बैठने की व्यवस्था की गयी है. कहा जाता है कि तान पहाड़ी में स्वयंभू महादेव प्रकट हुए हैं. करीब दस दशक पूर्व ग्रामीणों को इसकी जानकारी हुई. पहले मकर संक्रांति पर यहां रथयात्रा होती थी, जो पहाड़ी से नीचे उतरती और दर्शन के बाद लौट जाती थी. साल 2007 में पूर्व विधायक स्व कमल किशोर भगत ने पहली बार यहां भ्रमण किया और शिवधाम की महिमा को विधानसभा में उठाया. वर्ष 2009 में चुनाव जीतने से पूर्व उन्होंने यहां जोड़ा नारियल चढ़ाया, जहां उन्हें नाग देवता के दर्शन हुए. इसके बाद से शिवधाम में पूजा-अर्चना, भंडारा और भजन-कीर्तन नियमित होने लगे. सावन के प्रत्येक सोमवार, शिवरात्रि और मकर संक्रांति पर विशेष पूजा होती है. वर्तमान में पुजारी मधुसूदन दास गोस्वामी यहां प्रतिदिन पूजा करते हैं और सावन में विशेष पूजा कराते हैं. यहां पहुंचने के लिए कुड़ू के चेटर मोड़ या कैरो के एड़ादोन से जिंगी होते हुए तान शिवधाम जाया जा सकता है.
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