
लोहरदगा. जिले में अवैध बालू कारोबार बेलगाम होता जा रहा है. राज्य सरकार के सख्त निर्देशों और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की चेतावनियों के बावजूद, जिले में अवैध बालू खनन और परिवहन पर कोई असर नहीं दिख रहा है. शहर की सड़कों पर हर रात अवैध बालू से लदे ट्रैक्टर रॉकेट की गति से दौड़ते हैं, जिससे आम नागरिकों की जान पर बन आती है. इन वाहनों की रफ्तार इतनी तेज होती है कि कोई राहगीर सामने आ जाये, तो उसके बचने की संभावना बेहद कम होती है. इन तेज रफ्तार ट्रैक्टरों की वजह से शहर के उबड़-खाबड़ रास्तों के किनारे रहने वाले लोग भय और असुरक्षा के माहौल में जी रहे हैं. नदियों से अवैध रूप से बालू निकालने वाले माफिया पूरी तरह बेखौफ हैं और बालू को ऊंचे दामों में खुलेआम बेच रहे हैं. हालांकि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने राज्य में अवैध बालू खनन और उसके परिवहन पर पूरी तरह रोक लगाने का निर्देश दिया था, लेकिन लोहरदगा में इन निर्देशों की खुलेआम अवहेलना की जा रही है. प्रशासनिक लापरवाही और निगरानी की कमी के चलते यह कारोबार बेधड़क जारी है. स्थानीय नागरिकों का कहना है कि यदि समय रहते प्रशासन ने सख्त कार्रवाई नहीं की, तो किसी बड़ी दुर्घटना या अप्रिय घटना से इंकार नहीं किया जा सकता.
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