लोहरदगा में मॉनसून की बेरुखी ने बढ़ायी किसानों की चिंता, बारिश के लिए कर रहे प्रार्थना

किसान टुल्लू पंप के माध्यम से या टीना में पानी भर भर कर बीड़ा में छीट रहे हैं ताकि पौधा ना मरे. पिछले दो सप्ताह से मॉनसून रूठा हुआ है. क्षेत्र में बारिश नहीं हो रही है.

By Prabhat Khabar News Desk | July 14, 2023 1:16 PM
feature

मॉनसून इस वर्ष भी किसानों को धोखा दे रहा है. मौसम की बेरुखी से अब किसानों की चिंता बढ़ने लगी है. दिनों दिन समय के साथ किसानों की चिंता फसल को बचाने पर लगी हुई है. धान रोपनी तो दूर खेतों में बीड़ा या पौधा या बीज को भी बचाने में किसानों को मशक्कत करनी पड़ रही है. किसान मांहगे बीज लेकर खेतों में छूट चुके हैं. जिसमें धान, मडुवा, फूलगोभी, टमाटर, बंधा गोभी, बैगन सहित अन्य सब्जी फसलों की पौधा बनाने के लिए बीज का छीटा कर चुके हैं.

परंतु मॉनसून की बेरुखी से पानी की कमी के कारण छीटा गया बीज से अंकुर नहीं निकल रहा है. किसान टुल्लू पंप के माध्यम से या टीना में पानी भर भर कर बीड़ा में छीट रहे हैं ताकि पौधा ना मरे. पिछले दो सप्ताह से मॉनसून रूठा हुआ है. क्षेत्र में मॉनसून की बारिश नहीं हो रही है. किसान रोज दिन भगवान से प्रार्थना कर रहे हैं कि भगवान इंद्रदेव बारिश दें. ताकि खेतों में फसल की बुवाई हो सके और किसानों की रोजी रोटी चल सके परंतु किसानों की सुनवाई कहीं नहीं हो रही है.

भगवान इंद्रदेव भी इस छेत्र के किसानों से रूठे हुए हैं. सावन महीने का एक सप्ताह बीत जाने के बाद भी आज तक एक खेत से दूसरे खेत में पानी का बहाव नहीं हुआ है. किसानों का कहना है कि एक भी दिन अच्छी बारिश नहीं हुई है. जिससे कि खेतों की संपूर्ण रूप से सिंचाई हो सके. अच्छी बारिश नहीं होने के कारण जल स्रोतों में भी पानी नहीं है. कुआ, तालाब, नदी, अन्य जल स्रोत सभी सूखे हुए हैं. जिससे कि पानी लेकर खेती को पटाया जा सके.

मानसून की बेरुखी क्षेत्र के किसानों की चिंता की लकीर बड़ी करते जा रही है. किसान अपने फसल लगाने के लिए चिंतित हैं परंतु बारिश हो नहीं रही है. बारिश होने के लिए कई जगहों पर पूजा-पाठ प्रार्थना की जा रही है. ताकि बारिश हो परंतु बारिश नहीं होने से किसानों को निराशा हाथ लग रही है

किसानों का कहना है कि एक सप्ताह अगर बारिश नहीं होती है तो सूखा का प्रभाव पढ़ने लगेगा. फसल की उपज पर भी प्रभाव पड़ेगा। धान का बीड़ा सहित अन्य बीड़ा पौधा सूखकर खराब हो रहा है. जिसके कारण फसल लगाना मुश्किल हो जाएगा. ऐसी परिस्थिति में किसानों के समक्ष बारिश का पानी गंभीर समस्या बनी हुई है. किसान बता रहे हैं कि पिछले साल भी मॉनसून इसी तरह से किया. जिसके कारण किसान सही से फसल की बुवाई नहीं कर सके. रोपनी हुई नहीं इस बार भी अगर मानसून रूठा रहा तो किसानों के समक्ष भारी परेशानी हो जायेगी.

संबंधित खबर
संबंधित खबर और खबरें

Jharkhand News : Read latest Jharkhand news in hindi, Jharkhand Breaking News (झारखंड न्यूज़), Jharkhand News Paper, Jharkhand Samachar, Jharkhand Political news, Jharkhand local news, Crime news and watch photos, videos stories only at Prabhat Khabar.

होम E-Paper News Snaps News reels
Exit mobile version