पाटन. प्रखंड सह अंचल कार्यालय परिसर में पोषण पखवाड़ा कार्यक्रम का आयोजन किया गया. मुख्य अतिथि डीसी शशिरंजन व विशिष्ट अतिथि डीडीसी शबीर अहमद मौजूद थे. डीसी ने कार्यक्रम के औचित्य पर विस्तार से प्रकाश डाला. उन्होंने कहा कि स्वस्थ और बेहतर जीवन के लिए संतुलित और पौष्टिक आहार लेना जरूरी है. महिलाओं व बच्चों दोनों को ही पौष्टिक आहार लेना चाहिए. ग्रामीण इलाके में भी कई पौष्टिक आहार मौजूद होते हैं. जिसका प्रचुर मात्रा में सेवन करके स्वास्थ्य लाभ प्राप्त किया जा सकता है. सहजन में कैल्सियम, जिंक, आयरन प्रचुर मात्रा पाया जाता है. इसलिए इसका अनिवार्य रूप से सेवन करना चाहिए. सहजन के फल को काट कर दाल में मिलायें और उसे बच्चों को पिलाना काफी लाभदायक होता है. अधपका पपीता, तरबूज भी काफी फायदेमंद होते हैं. उन्होंने कहा कि फ्रीज में रखे फल और सब्जियों को निकाल कर बच्चों को कभी भी नहीं खिलाना चाहिए. उन्होंने कहा माता पिता को बच्चों के बेहतर स्वास्थ्य के लिए हमेशा पौष्टिक आहार देना चाहिए. बच्चों के शारीरिक और मानसिक विकास के लिए पौष्टिक आहार जरूरी है. डीसी ने बच्चों को मोबाइल से दूर रखने की सलाह देते हुए कहा कि बच्चों के मानसिक विकास में सबसे अधिक मोबाइल फोन बाधक है. इसलिए बच्चों को मोबाइल फोन से दूर रखें. उन्होंने कहा कि पोषण पखवाड़ा को लेकर भारत सरकार का पांच सूत्री कार्यक्रम को फॉलो करना बहुत ही जरूरी है. उप विकास आयुक्त शबीर अहमद ने विस्तार से जानकारी दी. उन्होंने कहा कि गर्भवती व धात्री महिलाओं का ख्याल रखना जरूरी है, ताकि जच्चा व बच्चा दोनों स्वस्थ रह सके. सीओ राकेश कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि जच्चा व बच्चा दोनों के लिए ही पौष्टिक आहार जरूरी है .इस दौरान आंगनबाड़ी सेविकाओं से पोषण से संबंधित कई सवाल भी पूछे गये. कार्यक्रम की अध्यक्षता बीडीओ डा अमित कुमार झा ने की. मौके पर प्रखंड 20 सूत्री अध्यक्ष रामानंद पांडेय, महिला पर्यवेक्षिका सरस्वती देवी, मधु देवी व लीलावती कुमारी, आशीष सिंह, अजीत मिश्रा, अहमद हुसैन अंसारी, उमेश मिश्रा, मनी सिंह, शिवम जायसवाल, असलम सहित अन्य कई लोग मौजूद थे.
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