विश्रामपुर. नगर परिषद क्षेत्र में नियमों का उल्लंघन कर दर्जनों निजी अस्पताल संचालित किया जा रहा है, वह भी बिना निबंधन-पंजीकरण कराये. एमबीबीएस चिकित्सक तो दूर प्रशिक्षित एएनएम भी नहीं रहती हैं इन अस्पतालों में. ग्रामीण क्षेत्र की भोले-भाले लोग अपने मरीजों को लेकर बेहतर इलाज के लिए इन निजी अस्पतालों में पहुंचते हैं. उनसे मनमाना रकम वसूला जाता है. स्थानीय लोगों का कहना है कि विश्रामपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में कार्यरत एएनएम रीता कुमारी नगर पंचायत मुख्यालय के सोरडीहा में अपने मकान में न्यू लाइफ हॉस्पिटल संचालित करती हैं. वर्तमान में इनकी पदस्थापना वार्ड नौ के डंडीला खुर्द स्थित शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में है. लेकिन ये कार्य अवधि में भी अपने निजी अस्पताल में ही रहती हैं. न्यू लाइफ हॉस्पिटल की ओपीडी में बतौर चिकित्सक उनके पति रवि कुमार रजक बैठते हैं. रवि कुमार रजक ही मरीजों की जांच व इलाज करते हैं. लोगों का कहना है कि कार्यरत एएनएम (पत्नी) से दवाओं के बारे में कुछ जानकारी लेकर मरीजों का इलाज करते हैं. न्यू लाइफ हॉस्पिटल में अल्ट्रासाउंड मशीन भी है. लेकिन इसे संचालित करने के लिए कोई सोनोलॉजिस्ट या इमेजिंग विशेषज्ञ नहीं है. न्यू लाइफ हॉस्पिटल के गलत इलाज व ऑपरेशन से एक महिला सहित दर्जन भर नवजात बच्चों की जान जा चुकी है. रेहला के डंडीला कला की रहनेवाली दुर्गा देवी (26) की मौत गलत ऑपरेशन से हो गयी थी. दुर्गा देवी का सिजेरियन ऑपरेशन 22 सितंबर 2024 को किया गया था.अत्यधिक रक्तस्राव के बाद उसे खून चढ़ाया जा रहा था.
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