पलामू के लाभुक को पता ही नहीं, कुंआ बनाये बगैर बिचौलियों ने निकाल ली राशि

कलहट सिंह ने बताया कि उनके गांव के नंदलाल साव और रोजगार सेवक राजीव रंजन द्वारा बोला गया कि आपके खेत में मनरेगा योजना से कूप की स्वीकृति दिलाकर पक्का निर्माण कराया जायेगा.

By Prabhat Khabar News Desk | July 15, 2023 12:31 PM
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प्रखंड के मुरुमदाग गांव में मनरेगा से स्वीकृत सिंचाई कूप का निर्माण कराये बिना कर्मियों व बिचौलियों की मिलीभगत से दो लाख 33 हजार की राशि की निकासी कर ली गयी है. रोजगार सेवक, पंचायत सचिव, मुखिया व वेंडर की मिलीभगत से अनियमितता बरती गयी है. मुरुमदाग के कलहट सिंह ने इस संबंध में पलामू डीसी से जनता दरबार में शिकायत की है. साथ ही डीडीसी व छतरपुर अनुमंडल पदाधिकारी को आवेदन देकर जांच कर दोषियों के विरुद्ध करवाई की मांग की है.

कलहट सिंह ने बताया कि उनके गांव के नंदलाल साव और रोजगार सेवक राजीव रंजन द्वारा बोला गया कि आपके खेत में मनरेगा योजना से कूप की स्वीकृति दिलाकर पक्का निर्माण कराया जायेगा. उक्त दोनों ने 28 सितंबर 2021 को मनरेगा के तहत सिंचाई रूप निर्माण की स्वीकृति करा ली. लेकिन उन्हें इसकी जानकारी नहीं दी गयी. कुछ दिन पूर्व गांव के लोगों ने बताया कि आपके नाम से कूप की स्वीकृति मिली है, तो क्यों नहीं निर्माण कराया. जब गांव वालों की मदद से ऑनलाइन चेक कराया गया, तो मेरे नाम से सिंचाई कूप की स्वीकृति का पता चला. जिसमें योजना का मेठ गांव के नंदलाल साव को बनाया गया है.

हुटुगदाग के मुखिया राजेंद्र सिंह, पंचायत सचिव रामयाद राम, रोजगार सेवक राजू रंजन व वेंडर मनोज कुमार यादव ने मिलकर स्वीकृत कूप निर्माण की राशि से दो लाख 33 हजार की निकासी कर बंदरबांट कर ली. कलहट सिंह ने बताया कि उनके पूर्वजों के द्वारा 20 वर्ष पूर्व जिस कुएं की खुदाई की गयी थी. उसी कूप को दिखाकर जियो टैगिंग कर राशि की निकासी कर ली गयी. नंदलाल साव खुद योजना का मेठ बन गया और अपने परिवार के सदस्यों का फर्जी जॉबकार्ड बनाकर मजदूरी का पैसा उनके खाते में भुगतान करा दिया.

कलहट सिंह के नाम से कूप निर्माण के लिए तीन लाख 81 हजार रुपये के प्राक्कलन की स्वीकृति हुई है. जिसमें 78 हजार रुपये मेठ नंदलाल साव को भुगतान कर दिया गया. वहीं शेष राशि एक लाख 55 हजार रुपये वेंडर मेसर्स नैतिक स्टोन चिप्स के खाते में 22 मार्च 2023 को भुगतान कर दिया गया. मुखिया राजेंद्र सिंह और पंचायत सचिव रामयाद राम ने बताया कि हम दोनों का डिजिटल सिग्नेचर रोजगार सेवक के पास रहता है, उसी के द्वारा सभी योजनाओं का भुगतान किया जाता है. वेंडर मेसर्स नैतिक स्टोन चिप्स के नाम से संचालित व्यक्ति मध्य विद्यालय चीपो में पदस्थापित सहयोगी शिक्षक मनोज कुमार यादव विद्यालय का सचिव भी है. पिछले कई वर्षों से उक्त सहयोगी शिक्षक वेंडर का काम कर रहा है.

हुलसम पंचायत की मुखिया लंकेश्वरी देवी सहित कई ग्रामीणों ने बताया कि मनोज कुमार यादव वर्तमान में मेदिनीनगर में रहता है. वह कभी विद्यालय नहीं जाता. बल्कि अपनी जगह पर दूसरे व्यक्ति को रखकर स्कूल में बच्चों की पढ़ाई कराता है. ऑनलाइन हाजिरी बनाने के लिए उसने डिजिटल अंगूठा बना रखा है, जिससे भाड़े पर पढ़ा रहा युवक प्रति दिन सुबह-शाम मनोज का डिजिटल अंगूठा से हाजिरी बना दिया करता है.

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